महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में रसूख रखने वाले मोहित पाटील परिवार के रणजीत सिंह ने फैसला किया है कि वह NCP को छोड़कर आज बुधवार (मार्च 20, 2019) को भाजपा में शामिल हो जाएँगें। रणजीत सिंह महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री विजय सिंह के बेटे हैं। रणजीत के इस कदम को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और कॉन्ग्रेस के गठबंधन के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है।
रणजीत ने अपने हजारों समर्थकों के सामने इसकी घोषणा की है कि वह राज्य मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में वानखेडे स्टेडियम के गरवारे हॉल में बीजेपी में शामिल होंगे। इसके साथ ही उन्होंने NCP के पद से इस्तीफ़ा देने की भी घोषणा कर दी है।
यहाँ बता दें कि साल 2014 में मोदी लहर होने के बावजूद भी रणजीत के पिता विजय सिंह ने माढा से चुनावों को जीता था। लेकिन, हाल ही में यहाँ से शरद पवार ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। जिसके कारण उन्होंने सीट छोड़ने का फैसला ले लिया। लेकिन जब शरद के पीछे हटने के बाद भी उनको वहाँ से उम्मीदवार नहीं बनाया गया और पूर्व आईएएस प्रभाकर देशमुख के नाम को आगे किया गया तो पूरा पाटील परिवार पार्टी से काफ़ी नाराज़ हो गया।
#DECISION2019 | This comes a week after Sujay Vikhe Patil, the son of Maharashtra Leader of Opposition Radhakrishna Vikhe Patil, joined the BJPhttps://t.co/fgma89KXsx
— The Indian Express (@IndianExpress) March 20, 2019
इसके अलावा अभी हाल ही में आज तेलंगाना में कॉन्ग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। जहाँ बंगाल से लेकर गुजरात तक पार्टी के नेता लगातार दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं, तेलंगाना में पूर्व मंत्री डीके अरुणा ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है। डीके अरुणा तेलंगाना की एक शक्तिशाली राजनीतिक परिवार से आती हैं और उनका परिवार 1957 से ही गडवाल की राजनीति का एक अहम हिस्सा रहा है। अरुणा के भाजपा के टिकट पर महबूबनगर से चुनाव लड़ने का क़यास लगाए जा रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद अरुणा ने कहा:
“तेलंगाना में कॉन्ग्रेस पार्टी के लिए थोड़ी भी उम्मीदें नहीं बचीं हैं और अपने लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मैंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है। भाजपा सत्ता में वापस लौटेगी और नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे।”