महाराष्ट्र में चल रहे पॉलिटिकल ड्रामे ने शनिवार (नवंबर 23, 2019) को कई लोगों को चौंकाया, लेकिन राज्य के एक प्रोफेसर इस पूरे घटनाक्रम के चलते बीमार ही पड़ गए। जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के चंद्रपुर से करीब 43 किलोमीटर दूर गढ़चंदूर स्थित महाविद्यालय में अंग्रेजी के प्रोफेसर ज़हीर सैयद ने दावा किया है कि राज्य में हुए राजनीतिक घटनाक्रम से वह ‘सदमे’ में हैं और बीमार पड़ गए हैं। जहीर ने कहा कि उन्होंने महाविद्यालय में छुट्टी की अर्जी दी थी लेकिन महाविद्यालय ने उसे नामंजूर कर दिया। अब उनके द्वारा छुट्टी के लिए किया गया आवेदन और उसके लिए बताई गई वजह वायरल हो रही है।
#Maharashtra‘s political development proved too hot to handle for a professor who claimed that he fell sick and went into a “shock”.https://t.co/5QDwzEkmKS
— India Today (@IndiaToday) November 24, 2019
तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच एनसीपी नेता अजित पवार के सहयोग से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर भाजपा के देवेंद्र फड़णवीस की शनिवार की सुबह शपथ ली थी। इसके खिलाफ शिवसेना, राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी और कॉन्ग्रेस तीनों ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर की और इसमें केंद्र सरकार, महाराष्ट्र सरकार, फडणवीस एवं एनसीपी नेता अजित पवार को प्रतिवादी बनाया है। इस मामले की सुनवाई आज 11:30 बजे होगी।
इससे एक दिन पहले यानी शुक्रवार (नवंबर 22, 2019) की रात तक उद्धव ठाकरे की ताजपोशी की खबरें तैर रही थीं, लेकिन सुबह होते ही पासा पूरी तरह पलट गया और सूबे की सियासत ने ऐसी करवट ली जिसका शायद ही किसी को अंदाजा रहा होगा।
राज्यपाल द्वारा राजभवन में शनिवार सुबह 8 बजे आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में फडणवीस और अजित पवार को शपथ दिलाए जाने के बाद NCP में दरार दिखाई देने लगी। पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने भतीजे अजित पवार के कदम से दूरी बनाते हुए कहा कि फडणवीस का समर्थन करना उनका निजी फैसला है। बाद में NCP ने अजित पवार को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटाते हुए कहा कि उनका कदम पार्टी की नीतियों के अनुरूप नहीं है।
शरद पवार ने शनिवार को एनसीपी विधायकों की बैठक बुलाई। बताया गया कि इस बैठक में एनसीपी के 50 विधायक मौजूद थे। एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने बताया कि पार्टी के पॉंच विधायक नेतृत्व के संपर्क में नहीं हैं। साथ ही उन्होंने फिर से सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव में ही बीजेपी और अजित पवार वाले धड़े की हार तय है। इसके बाद शिवसेना, एनसीपी और कॉन्ग्रेस का राज्य में सरकार बनाना तय है।