महाराष्ट्र की राजनीति में चल रहे सियासी घमासान के बीच जहाँ एकनाथ शिंदे ने उद्धव सरकार पर कई बागी विधायकों के परिजनों की सुरक्षा छीनने का इल्जाम लगाया है। वहीं दूसरी ओर खबर आई है कि शिंदे को समर्थन देने वाले एक विधायक के कार्यालय पर शिवसैनिक हमला भी कर चुके हैं। इस बीच पार्टी के दिग्गज नेता संजय राउत हालात कंट्रोल करने की बजाय कहते सुने गए अगर शिवसैनिकों को भड़काया तो आग लग जाएगी।
#WATCH | Shiv Sena workers vandalise office of the party’s MLA Tanaji Sawant in Balaji area of Katraj, Pune. Sawant is one of the rebel MLAs from the state and is currently camping in Guwahati, Assam. #MaharashtraPoliticalCrisis pic.twitter.com/LXRSLPxYJC
— ANI (@ANI) June 25, 2022
शिवसेना आमदार तानाजी सावंत यांच्या पुण्यातील कार्यालयाची शिवसैनिकांनी तोडफोड केली आहे pic.twitter.com/k2y7dVzupT
— News18Lokmat (@News18lokmat) June 25, 2022
बता दें कि कई शिवसैनिकों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन देने पर बागी विधायक तानाजी सावंत के पुणे कार्यालय में तोड़फोड़ की। साथ ही वहाँ जय शिवाजी के नारे भी लगाए। ये घटना ठीक उस समय घटित हुई जब एकनाथ शिंदे ने पत्र लिखकर बताया था कि उनके समर्थन में आए 38 विधायकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सरकार ने वापस ले ली है। अपने ट्वीट में विधायकों के नाम जारी कर उन्होंने कहा था कि सरकार की जिम्मेदारी है विधायकों को और उनके परिवारों की रक्षा करना।
Rebel Shiv Sena MLA Eknath Shinde writes to CM Uddhav Thackeray, Maharashtra Home Minister, DGP Maharashtra regarding “Malicious withdrawal of security of family members of the 38 MLAs”
— ANI (@ANI) June 25, 2022
“The government is responsible for protecting them and their families,” he tweets pic.twitter.com/f4riPwx4xM
शिंदे के इस आरोप पर महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय ने बयान जारी किया है कि उन्होंने या मुख्यमंत्री ने किसी विधायक की सेक्योरिटी वापस लेने का कोई ऑर्डर नहीं दिया है। लेकिन पार्टी के संजय राउत ने शिंदे द्वारा लिखे पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायकों को कहा, “आप एक विधायक हैं इसलिए आपको सुरक्षा मिली है। आपके परिवार के सदस्यों को वैसी ही सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा सकती।”
बन सकती है नई पार्टी: शिंदे गुट
बता दें कि शिवसैनिकों में पिछले दिनों हुई दो फाड़ के बाद बागी जहाँ बैठकों और जनसभाओं को संबोधित करने की खबरें लगातार आ रही हैं। राउत ने शिवसेना का भविष्य आदित्य ठाकरे को बता दिया है। वहीं बागी विधायकों में से एक दीपक केसरकर ने कहा है कि शिंदे गुट बालासाहेब ठाकरे के नाम पर नई पार्टी बना सकता है।
इसी तरह दूसरे कोरेगाँव सतारा के बागी विधायक ने एनसीपी पर शिवसेना पार्टी को खत्म करने का आरोप लगाया है। उनकी शिकायत है कि उन्होंने कई बार उद्धव ठाकरे से एनसीपी की शिकायक की लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। अब वह लोग बालासाहेब की विचारधारा को बचाने के लिए अपना स्टैंड लेंगे।
उल्लेखनीय है कि एक ओर जहाँ महाराष्ट्र में सरकार बचाने के लिए आज शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है। वहीं भारतीय जनता पार्टी भी सहयोगी दलों से बातचीत में जुट गई है। उधर खबर आई है कि उद्धव सरकार ने डिप्टी स्पीकर को एक अर्जी दी है जिसमें 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की बात है। इस अर्जी को जिरवाल ने स्वीकार लिया है जिसकी वजह से गुवाहाटी में बैठे विधायकों ने उनके ऊपर सरकार को समर्थन देने का इल्जाम लगाया है।