Tuesday, November 5, 2024
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CM केजरीवाल पर MCD का ₹13000 Cr रोकने का आरोप, प्रदर्शन के लिए अमित शाह के घर जा रहे AAP नेता हिरासत में

दिल्ली भाजपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल कितना भी भाग लें, उन्हें निगम के बकाया 13000 करोड़ रुपए तो देने ही पड़ेंगे। पार्टी का कहना है कि ठंड के बावजूद भी निगम के नेता पिछले 7 दिनों से मुख्यमंत्री के निवास पर धरने पर बैठे हैं लेकिन 'सत्ता के नशे में चूर' मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास निगम के नेताओं से मिलने का समय नहीं है।

दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी (AAP) नेता राघव चड्ढा को हिरासत में ले लिया है। AAP कार्यकर्ताओं ने रविवार (दिसंबर 13, 2020) को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी, लेकिन उपद्रव की आशंका को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। MCD में घोटाले का आरोप लगाते हुए AAP ने भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन की योजना बनाई थी।

‘दिल्ली जल बोर्ड’ के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने ट्विटर पर दावा किया, “BJP शासित MCD ने दिल्ली के इतिहास का सबसे बड़ा ₹2500 करोड़ का घोटाला किया। हमने गृह मंत्री अमित शाह जी से मिलने का समय माँगा तो उन्होंने मुझे मेरे आवास से ही गिरफ्तार करवा लिया है। अमित शाह जी, आप अपनी पुलिस के दम पर अपनी पार्टी का भ्रष्टाचार क्यों दबाना चाहते हैं?” हालाँकि, दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है।

राघव चड्ढा समेत 9 अन्य को ‘प्रिवेंटिव कस्टडी’ में लिया गया है। आम आदमी पार्टी ने घोटाले का आरोप लगाते हुए सीबीआई जाँच की माँग की है। साथ ही AAP नेता आतिशी मर्लेना को उप-राज्यपाल अनिज बैजल के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन के लिए भेजा गया। पार्टी का आरोप है कि इन रुपयों से उन डॉक्टरों, नर्सों और शिक्षकों को सैलरी दी जा सकती है, जिन्हें कई महीनों से वेतन नहीं मिला है। दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी इस मामले में जाँच का आदेश दिया है।

वहीं दिल्ली में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल जनता की गाढ़ी कमाई को झूठे प्रचार में खर्च कर रहे हैं लेकिन जनहित की समस्याओं के समाधान के लिए एक भी पैसा नहीं खर्च कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जनहित में कार्य करने वाले तीनों निगमों के महापौर जब भी निगमों के बकाए फंड को जारी करने को लेकर पूरी औपचारिकता के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल से मिलने का समय माँगते हैं तो वह पीठ दिखा कर निकल जाते हैं।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, पहले भी जब निगमों के महापौर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उनके आवास गए थे, तब मुख्यमंत्री ने अपने मंत्री को भेजकर 10 दिनों में बकाए फंड को जारी करने का आश्वासन दिया था लेकिन महीनों हो गए और अभी तक केजरीवाल सरकार ने निगम का बकाया फंड जारी नहीं किया।” इधर सातवें दिन भी तीनों महापौरों सहित निगम पार्षदों का मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना जारी है।

रविवार की सुबह भी प्रतिदिन की तरह निगम के नेताओं ने स्वच्छता अभियान में भाग लिया। दिल्ली भाजपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल कितना भी भाग लें, उन्हें निगम के बकाया 13000 करोड़ रुपए तो देने ही पड़ेंगे। पार्टी का कहना है कि ठंड के बावजूद भी निगम के नेता पिछले 7 दिनों से मुख्यमंत्री के निवास पर धरने पर बैठे हैं लेकिन ‘सत्ता के नशे में चूर’ मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास निगम के नेताओं से मिलने का समय नहीं है।

अक्टूबर 2020 में ही खबर आई थी कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के तहत आने वाले डॉक्टर्स पिछले चार महीनों से वेतन का भुगतान नहीं करने पर आंदोलन कर रहे हैं। दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों ने अक्टूबर 16, 2020 को दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन भी किया था। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जय प्रकाश का कहना था कि दिल्ली में 6 साल से अरविंद केजरीवाल सरकार है और पिछले 6 सालों से ही ये संकट है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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