Sunday, September 29, 2024
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‘काफिरों की मदद कर रहे हो, तुम्हें देख लेंगे’: वक्फ बिल पर JPC के सामने विचार रख रहे थे ‘गुलशन फाउंडेशन’ के इरफान अली, ओवैसी और TMC सांसद ने बाहर निकलवाया

परीज़ादे का आरोप है कि ओवैसी और बनर्जी ने सुरक्षा गार्ड को इशारा किया और उन्हें धक्का देकर बाहर निकलवाया। गार्ड ने परीज़ादे से कहा, "काफिरों की मदद कर रहे हो, तुम्हें देख लेंगे।"

मुंबई में आयोजित वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की एक बैठक के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) सांसद कल्याण बनर्जी पर एक व्यक्ति को धमकाने और धार्मिक घृणा फैलाने के आरोप लगे हैं। गुलशन फाउंडेशन के सदस्य इरफान अली परीज़ादे ने बैठक में विधेयक का समर्थन किया, जिस पर ओवैसी और बनर्जी ने नाराजगी जाहिर की और उन्हें बाहर निकलवा दिया।

परीज़ादे का आरोप है कि ओवैसी और बनर्जी ने सुरक्षा गार्ड को इशारा किया और उन्हें धक्का देकर बाहर निकलवाया। गार्ड ने परीज़ादे से कहा, “काफिरों की मदद कर रहे हो, तुम्हें देख लेंगे।” इसके बाद परीज़ादे ने मुंबई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में ओवैसी और बनर्जी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। आरोप है कि दोनों नेताओं ने धार्मिक घृणा पैदा करने और धमकाने की कोशिश की। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 115(2) और 351(2) के तहत मामला दर्ज किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैठक का उद्देश्य वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर विभिन्न विचार-विमर्श करना था। बैठक में मुस्लिम विद्वानों, बुद्धिजीवियों और कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और विधेयक पर अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई। कई संगठनों और मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने इस विधेयक का जोरदार विरोध किया, जिसके चलते JPC के सदस्यों और उपस्थित संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई।

इसी दौरान, एक विवाद खड़ा हुआ जिसमें गुलशन फाउंडेशन के सदस्य इरफान अली परीज़ादे ने इस विधेयक का समर्थन किया। उनकी इस राय के बाद, बैठक में उपस्थित AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने उन्हें बैठक से बाहर निकालने का इशारा किया।

इरफान अली परीज़ादे ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के बारे में बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। उनके साथ गुलशन फाउंडेशन के चेयरमैन जमशिद खान भी मौजूद थे। जब विभिन्न संस्थानों के लोग अपनी राय दे रहे थे, तब परीज़ादे ने भी विधेयक का समर्थन किया। इस पर, असदुद्दीन ओवैसी और कल्याण बनर्जी ने सुरक्षा गार्ड के जरिए उन्हें धक्का देकर बाहर निकलवा दिया। परीज़ादे ने आरोप लगाया कि सुरक्षा गार्ड ने उन्हें धक्का देने के साथ यह भी कहा, “काफिरों की मदद कर रहे हो, तुम्हें देख लेंगे।”

परीज़ादे ने यह भी आरोप लगाया कि यह पूरी घटना धार्मिक घृणा फैलाने और धमकाने का प्रयास था। इसके बाद उन्होंने ओवैसी और बनर्जी के खिलाफ धार्मिक विद्वेष फैलाने और धमकाने के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 115(2) और 351(2) के तहत दोनों नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

इस बैठक का आयोजन संयुक्त संसदीय समिति (JPC) द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर विभिन्न समुदायों, कानूनी विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों से प्रतिक्रिया एकत्र करना था। बैठक में पाँच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वक्फ बोर्ड सदस्यों और समुदाय के प्रतिनिधियों की भागीदारी थी, ताकि विधेयक को व्यापक दृष्टिकोण से सुधारा जा सके। हालाँकि, बैठक में शामिल गुलशन फाउंडेशन के प्रतिनिधियों द्वारा विधेयक का समर्थन किए जाने पर विवाद खड़ा हो गया, जो बैठक में शामिल अन्य मुस्लिम संगठनों और JPC सदस्यों के लिए असहज स्थिति पैदा कर गया।

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लेकर पहले से ही कई मुस्लिम संगठनों और उनके प्रतिनिधियों ने अपनी असहमति जताई है। उनका कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के हितों के खिलाफ है और इससे उनके धार्मिक और सामाजिक अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। दूसरी ओर, गुलशन फाउंडेशन जैसे कुछ संगठन इस विधेयक का समर्थन कर रहे हैं, जिनका मानना है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन और प्रशासन के लिए आवश्यक है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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