विवादित बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले हैदराबाद के सांसद और AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक कार्यक्रम के दौरान एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा है। इस कार्यक्रम में उन्होंने मुस्लिम समुदाय को कई तरह की हिदायतें दी हैं।
उन्होंने कहा, “बीजेपी की सरकार भारत के मुस्लिमों को सेकंड क्लास नागरिक बनाना चाहती है और भारत के मुस्लिम इस बात का एहसास नहीं करते। भारत के मुस्लिमों को इस बात का एहसास होना चाहिए कि हम बहुत समय तक सेकुलरिज्म के कुली नहीं बन सकते तो हमारा वोट सेक्युलर पार्टियों के पास क्यों जाना चाहिए? मुस्लिमों को अपने समुदाय में राजनीतिक नेतृत्व खोजना चाहिए। यह इकलौता ऐसा रास्ता है जिससे यह सुनिश्चित होगा कि हमें संवैधानिक अधिकार दिए गए हैं।”
We should realise that we can no longer be ‘coolies of secularism’. Why should our vote go to the so-called secular parties?
— AIMIM Official (@aimim_national) August 25, 2019
Muslims must find political leadership from within their community. It’s the only way to ensure that constitutional rights are given to us. pic.twitter.com/m4mudnxVuI
ओवैसी ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार भारत के मुस्लिमों को सेकंड क्लास सीटिजन्स बनाना चाहती है और मुस्लिम समुदाय यह बात समझ नहीं रहा है।
मुस्लिम समुदाय को चेताते हुए ओवैसी ने कहा कि वो अपना नेतृत्व बनाएँ, अपने आपको बदलें, क्योंकि ऐसा करने के लिए कोई आसमान से नीचे नहीं उतरेगा जो आपको जन्नत ले जाएगा। मुस्लिम समुदाय को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि सभी को मेहनत करनी होगी और इस बात को अच्छे से समझना होगा कि लोकतंत्र में वोट का काफ़ी महत्व है।
भारत की लोकतंत्र व्यवस्था का संदर्भ लेते हुए ओवैसी ने मुस्लिमों को चेताया कि लोकतंत्र में केवल वोट देने का ही नहीं बल्कि चुनाव में खड़े होने का भी अधिकार है। ओवैसी ने ज़ोर देते हुए कहा कि चुनाव भले ही कोई भी हो, उसमें भागीदारी ज़रूरी है। उन्होंने कहा, “इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि वह आज हारे हैं या कल हारेंगे लेकिन मुस्लिमों को अपने संवैधानिक अधिकारों का आक्रामक तरीके से प्रयोग करना आना चाहिए।”