देश के सबसे बड़े दुश्मनों में से एक अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ कथित संबंधों के मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने 7 मार्च 2022 तक के लिए एक बार फिर से ईडी की हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले उन्हें 3 मार्च तक के लिए भेजा गया था।
दरअसल, नवाब मलिक अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के साथ जमीन सौदे के मामले में ईडी के मनी लॉन्ड्रिंग के केस का सामना कर रहे हैं। उन्हें जाँच एजेंसी ने 23 फरवरी 2022 को दाऊद मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 8 घंटे तक पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस नवाब मलिक के दाऊद कनेक्शन को दोहराया था। उन्होंने आरोप लगाया कि मलिक ने 1993 के बम धमाकों के आरोपित सरदार शाहवाली खान और दाऊद की बहन हसीना पारकर के सहयोगी सरदार पटेल से सिर्फ 30 लाख रुपए में करोड़ों रुपए की जमीन खरीदी थी।
फड़नवीस ने पिछले साल नवंबर 2021 में ही नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन का पर्दाफाश किया था। उन्होंने खुलासा किया था कि नवाब मलिक औऱ उनके परिवार ने अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों से जमीन के पार्सल खरीदे थे। बाद में जब प्रवर्तन निदेशालय को जाँच के दौरान पता चला कि मलिक ने वर्ष 2005 में दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर से 30 लाख रुपए में 3 करोड़ रुपए कीमत की जमीन खरीदी थी। इसके अलावा जानबूझकर यह दिखाया गया कि जमीन की कीमत केवल 30 लाख रुपए थी, जबकि उस वक्त उसकी लागत करीब 85 लाख रुपए थी। वहीं मौजूदा समय में उस जमीन की कीमत करीब 300 करोड़ रुपए है।
नवाब मलिक ने कुर्ला की गोवावाला कंपाउंड की संपत्ति 85 लाख रुपए में खरीदी थी और फ़राज़ मलिक को हसीना पारकर के ड्राइवर के रूप में काम करने वाले सलीम इशाक पटेल को 55 लाख रुपए नकद देने के लिए कहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पारकर ने पटेल को जमीन का पावर ऑफ अटॉर्नी दिया था, जिसने फराज मलिक से डील साइन करवा ली थी। पटेल को बाद में 2007 में पारकर के साथ जमीन हड़पने और धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मलिक और उनके बेटे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। संपत्ति का सौदा 2003 में शुरू हुआ और 2007 तक पूरा हुआ।
ईडी का कहना है था कि नवाब मलिक जाँच में सहयोग नहीं कर रहे थे। वहीं उनका बेटा फराज मलिक भी इस सौदे से जुड़ा हुआ था। इसी कारण एक मार्च 2022 को ईडी ने फ़राज़ मलिक को समन जारी किया।
#WATCH | Mumbai: NCP leader and Maharashtra Minister Nawab Malik being brought out of Enforcement Directorate office, to be taken for medical examination.
— ANI (@ANI) February 23, 2022
He has been arrested by Enforcement Directorate in connection with Dawood Ibrahim money laundering case. pic.twitter.com/UMAVK5ZEVW
नवाब मलिक के दाऊद से जुड़े लिंक
दाउद के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पिछले महीने 15 फरवरी 2022 को दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के खिलाफ दक्षिण मुंबई में 10 ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी ने दाऊद इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पारकर और भाई इकबाल कासकर के आवासों सहित मुंबई में 9 और ठाणे में 1 जगहों पर छापे मारे हैं। उल्लेखनीय है कि हसीना पारकर से ही मलिक ने जमीन खरीदी थी।
हाल ही में इस बात का भी खुलासा हुआ था कि दाऊद ने देश में आतंक फैलाने के लिए एक स्पेशल यूनिट बनाई थी। इसके जरिए राजनेताओं, बिजनेसमैनों को टार्गेट करने का लक्ष्य तय किया था।