महाराष्ट्र में सोमवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद गठबंधन से बनी सरकार में बगावती सुर बुलंद होने लगे। राज्य के बीड़ जिले से एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके ने ऐलान किया कि वे आज न केवल अपनी विधायकी से इस्तीफा देंगे, बल्कि राजनीति से भी संन्यास ले लेंगे।
विधायक ने सोमवार को कहा, “मैं पार्टी के किसी नेता से नाखुश नहीं हूँ। मैंने एनसीपी नेताओं को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। मैं मुंबई में मंगलवार दोपहर को विधानसभा अध्यक्ष से मिलूँगा और अपना इस्तीफा पत्र सौंप दूँगा।”
हालाँकि, प्रकाश सोलंके ने अपने बयान में साफ किया है कि वे मंत्री न बनाए जाने के चलते ये फैसला नहीं ले रहे हैं और न ही किसी पार्टी नेता से नाराज हैं। लेकिन, आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक उनके बातचीच में उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीतिक परिस्थिति बनी है, जिसके बाद अब उन जैसे लोगों के लिए सियासत में कोई जगह नहीं बची है।
एनसीपी के चार बार के विधायक प्रकाश सोलंके ने इस्तीफा देने के साथ-साथ राजनीति से भी संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है#MaharashtraPolitics https://t.co/oFuNDZW35H
— आज तक (@aajtak) December 31, 2019
सोलंकी ने कहा, “तीस साल से राजनीति कर रहा हूँ और अब इस तरह के राजनीतिक माहौल में हमारे लिए कोई जगह नहीं बची है।”
गौरतलब है कि सोमवार को उद्धव सरकार के कैबिनेट विस्तार में प्रकाश सोलंके को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली, जबकि इससे पहले वे कॉन्ग्रेस-एनसीपी सरकार में राज्यमंत्री रहे चुके हैं। इसके अलावा वे चार बार से मजलगांव सीट से विधायक चुने जा चुके हैं।
ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अचानक उनके फैसले से साफ है कि वो सरकार में मंत्री पद न पाने से नाराज हैं और इसी कारण वे मौजूदा राजनीति के लिए खुद को अयोग्य बताकर राजनीति से अलविदा ले रहे हैं।
गौरतलब है कि एनसीपी विधायक के अलावा मंत्रिमंडल विस्तार के बाद संजय राउत को लेकर भी बातें शुरू हो गई हैं। कार्यक्रम में उपस्थित न होने के कारण दबे सुर में ये भी बातें उठने लगी हैं कि उनके भाई और विक्रोली से विधायक सुनील राउत को मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से वह नाराज हैं।
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