जम्मू-मुख्यमंत्री कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की एक तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें उनकी दाढ़ी काफ़ी बढ़ी हुई दिख रही है। उमर अब्दुल्ला की इस तस्वीर को देख कर लोगों ने इसे ‘370 इफ़ेक्ट’ बताया। ऐसा नहीं है कि अब्दुल्ला को हिरासत में शेव नहीं करने दिया जा रहा है, उन्होंने अपने मन से दाढ़ी बढ़ा ली है। सोशल मीडिया पर लोगों ने तंज कसते हुए कहा कि उमर अब्दुल्ला बढ़ी हुई दाढ़ी में बिलकुल पहचान में नहीं आ रहे हैं। वहीं अब नेताओं ने भी इस तस्वीर पर प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उमर अब्दुल्ला की ताज़ा वायरल तस्वीर पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा- “मैं तो इस तस्वीर में उमर अब्दुल्ला को पहचान ही नहीं पा रही हूँ। मुझे काफ़ी दुख महसूस हो रहा है। मैं उदास हूँ। ये काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे लोकतांत्रिक राष्ट्र में ऐसा हो रहा है। ये सब आख़िर कब थमेगा?” ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर उमर अब्दुल्ला की फोटो ट्वीट करते हुए ये बातें लिखीं। कई लोगों ने तृणमूल कॉन्ग्रेस की सुप्रीमो को ध्यान दिलाया कि इस फोटो में उमर अब्दुल्ला हँसते हुए दिख रहे हैं। कुछ ने पूछा कि क्या हँसते हुए अब्दुल्लाह आपको पच नहीं रहे?
I could not recognize Omar in this picture. Am feeling sad. Unfortunate that this is happening in our democratic country. When will this end ? pic.twitter.com/lbO0PxnhWn
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 25, 2020
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने भी इस तस्वीर को लेकर इमोशनल ट्वीट किया। मुफ़्ती ने लिखा कि उमर अब्दुल्ला पिछले 6 महीनों से अपने परिजनों से दूर ‘अवैध रूप से’ हिरासत में रखे गए हैं। हालाँकि, सरकार ने स्पष्ट कहा था कि हिरासत में रखे गए नेताओं को उनके परिजनों से मुलाक़ात को लेकर कोई पाबन्दी नहीं लगाई गई है और नियमानुसार उन्हें कई सुविधाएँ मुहैया कराई जा रही है। ख़बर आई थी कि अब्दुल्ला ने कई हॉलीवुड फ़िल्मों की सीडी की डिमांड की थी, जो पूरी की गई।
To those treating @OmarAbdullah’s illegal & prolonged detention with nonchalance, would serve you well to remember he’s been in solitary confinement away from family & loved ones since 6 months. Physical appearances & tweeting are the least of his concerns
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) January 25, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया था कि अब्दुल्ला को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिया गया था। उमर और महबूबा को हिरासत में रखे जाने के सवाल का जवाब देते हुए शाह ने पीएसए वाले नियम के तहत उन्हें हिरासत में रखे जाने की बात बताई थी।