Sunday, November 17, 2024
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‘तपस्या में रह गई कमी या हम कम काबिल हैं’: राज्यसभा टिकट न मिलने पर पवन खेड़ा हुए निराश, नगमा मोरारजी ने बताया- सोनिया गाँधी ने 18 साल से लटका रखा है

कॉन्ग्रेस नेता पवन खेड़ा ने अपने ट्वीट में सिर्फ इतनी ही बात लिखी, "शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई।" इस ट्वीट को देख लोग समझ गए यहाँ तपस्या से उनका मतलब राज्यसभा सीट के लिए की गई मेहनत से हैं।

कॉन्ग्रेस की ओर से रविवार (29 मई 2022) को राज्यसभा के लिए 10 उम्मीदवारों की लिस्ट आने के बाद कई कॉन्ग्रेसी नेता अपनी पार्टी हाईकमान से नाराज हैं। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने तो रात के 11 बजे ट्वीट करके अपना दुख व्यक्त किया। वहीं नगमा मोरारजी ने भी बताया कि 18 साल हो गए उन्हें राज्यसभा टिकट की आस लगाए पर आज तक उन्हें टिकट नहीं दी गई।

कॉन्ग्रेस नेता पवन खेड़ा ने अपने ट्वीट में सिर्फ इतनी ही बात लिखी, “शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई।” इस ट्वीट को देख लोग समझ गए यहाँ तपस्या से उनका मतलब राज्यसभा सीट के लिए की गई मेहनत से हैं।

वामपंथी पत्रकार और पवन खेड़ा को कॉन्ग्रेस का सबसे बढ़िया प्रवक्ता मानने वाली रोहिणी सिंह भी इस लिस्ट को देख कॉन्ग्रेस से नाराज रहीं। उन्होंने लिस्ट शेयर करके कहा कि पवन खेड़ा के ऊपर प्रमोद तिवारी को प्राथमिकता दी गई। पता चलता है कि कॉन्ग्रेस के साथ हुआ क्या है।

वहीं भारतीय अभिनेत्री व कॉन्ग्रेस की महिला नेता नगमा मोरारजी ने भी पवन खेड़ा के ट्वीट का रिप्लाई दिया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “शायद हमार भी तपस्या 26 साल से कम पड़ गई इमरान भाई के आगे।”

इसके बाद नगमा ने आज सुबह ट्वीट करके लिखा, “सोनिया जी, हमारी कॉन्ग्रेस अध्यक्ष ने 2003 के अप्रैल में मुझे पर्सनली राज्यसभा दिलाने की बात कही थी। जब मैंने उनकी वजह से कॉन्ग्रेस ज्वाइन की उस समय हम सत्ता में भी नहीं थे। लेकिन उसके 18 साल बाद से आज तक उन्हें मुझे राज्यसभा भेजने का मौका नहीं मिला। इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा सीट मिली है। मैं पूछती हूँ क्या मैं कम काबिल थी।”

बता दें कि कॉन्ग्रेस की ओर से रविवार को जारी की गई लिस्ट में जो 10 नाम हैं उनमें हरियाणा से अजय माकन, कर्नाटक से जयराम रमेश, मध्य प्रदेश से विवेक तन्खा, छत्तीसगढ़ से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन, महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी ,राजस्थान से रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और तमिलनाडु से पी चिदंबरम का नाम शामिल है। इस लिस्ट को देखने के बाद कई कॉन्ग्रेसियों में नाराजगी है। माना जा रहा है कि इनमें से कुछ को अन्य नामों की उम्मीद थी और कुछ को जो इस लिस्ट में नाम दिए गए उनकी उम्मीद नहीं थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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