छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के ‘भेंट मुलाकात’ कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान एक युवती को कड़े शब्दों में टोकने और नेतागिरी नहीं करने की सलाह देने पर सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है।
“लड़की हूं लड़ सकती हूं”का नारा देने वाली@priyankagandhi जी देख लीजिए, आपके अभिमानी मुख्यमंत्री जी को जो एक महिला की फरियाद को सुने बिना कैसे डांट फटकार कर बैठा दिया।प्रदेश की जनता यह गुंडागर्दी,भ्रष्टाचार और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से त्रस्त हो चुकी है।@bhupeshbaghel pic.twitter.com/5Ngukoi0XT
— Dharamlal Kaushik (@dharam_kaushik) May 9, 2022
वीडियो में मुख्यमंत्री भीड़ में से एक लड़की की तरफ इशारा करते हुए कह रहे हैं, इस लड़की को दे दो। इसके बाद युवती नमस्कार बोलकर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अपनी शिकायत बोलना शुरू करती है। इसी समय एक पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री के कान में कुछ कहते हैं। इसके बाद युवती जैसे ही बोलना शुरू करती है, मुख्यमंत्री से टोक कर उसका नाम पूछते हैं। सवाल-जवाब के इसी दौर में भीड़ शोर मचाती है और वह नाराज होकर कहने लगते हैं- ये क्या तमाशा है? क्या हो गया?…इसके बाद वह युवती को डाँटते हुए कहते हैं कि वह नेतागिरी न करे।
यह भेंट मुलाकात है या बदतमीजी और डांट है!
— Dr Raman Singh (@drramansingh) May 9, 2022
एक महिला की शिकायत का निराकरण करने की बजाय उससे इस तरह अभद्रता से बात करना कहां तक जायज़ है?@bhupeshbaghel जी जिस जनता पर आप झल्ला रहे हैं, चिल्ला रहे हैं, उसी ने आपको मुख्यमंत्री बनाया है, भूलिये मत।
याद रखना! यह अहंकार जल्द टूटेगा pic.twitter.com/5jvIzc1zoc
इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने वीडियो के इस हिस्से को ट्वीट कर इस व्यवहार की आलोचना की है। उन्होंने लिखा, “यह भेंट मुलाकात है या बदतमीजी और डाँट है! एक महिला की शिकायत का निराकरण करने की बजाय उससे इस तरह अभद्रता से बात करना कहाँ तक जायज़ है? भूपेश बघेल जी जिस जनता पर आप झल्ला रहे हैं, चिल्ला रहे हैं, उसी ने आपको मुख्यमंत्री बनाया है, भूलिए मत। याद रखना! यह अहंकार जल्द टूटेगा।”
यदि भारतीय जनता पार्टी के किसी नेता ने इस तरह का अपमानजनक व्यवहार किया होता तो लोग आसमान सर पर उठा लेते।
— Mukesh Pathak🍯FaBa🍯 (@MukeshPathakji) May 10, 2022
नेटिजन्स ने भी इस वीडियो पर आपत्ति जताई और सवाल उठाए। मुकेश पाठक ने लिखा, “यदि भारतीय जनता पार्टी के किसी नेता ने इस तरह का अपमानजनक व्यवहार किया होता तो लोग आसमान सर पर उठा लेते।”
वोट लेने के वक्त जनता भगवान और मुख्यमंत्री बनने के बाद ये भगवान
— Rajesh Gaur (@RajeshG72289261) May 10, 2022
राजेश गौर ने लिखा, “वोट लेने के वक्त जनता भगवान और मुख्यमंत्री बनने के बाद ये भगवान।”
तख्तेताऊत पर बैठे मुगलिया सल्तनत के सुल्तान एक फरियादी औरत को इंसाफ देते हुए। इतनी अकड़ औरंगज़ेब में भी नही रही होगी।
— shivaji singh (@shiva_u2) May 10, 2022
शिवाजी सिंह नाम के यूजर ने लिखा, “तख्तेताऊत पर बैठे मुगलिया सल्तनत के सुल्तान एक फरियादी औरत को इंसाफ देते हुए। इतनी अकड़ औरंगज़ेब में भी नही रही होगी।”
ये जनता से लगाव का झूठा दिखावा करते है और सबके सामने जनता को फटकारते है
— VIRENDER SINGH RANA (@VIRENDE50327756) May 10, 2022
विरेंद्र सिंह राणा ने लिखा, “ये जनता से लगाव का झूठा दिखावा करते है और सबके सामने जनता को फटकारते है।”
एक मुख्यमंत्री और जनता के जनप्रतिनिधि का एक शिकायतकर्ता के प्रति यह भाषा बहुत अशोभनीय है।
— Sanjeev Jha (@Sanjeev_aap) May 9, 2022
सामाजिक जीवन में यह भाषा कहीं भी उचित नहीं है।
याद रखिए @bhupeshbaghel जी इसी जनता ने आप को वोट देकर मुख्यमंत्री बनाया और यही जनता आपको अर्श से फर्श तक लाने में तनिक भी देर नही करेगी। pic.twitter.com/WigV3ULhMc
छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी के प्रभारी और दिल्ली के विधायक संजीव झा ने भी इस व्यवहार की आलोचना की है। संजीव झा ने अपने ट्वीट में लिखा, “एक मुख्यमंत्री और जनता के जनप्रतिनिधि का एक शिकायतकर्ता के प्रति यह भाषा बहुत अशोभनीय है। सामाजिक जीवन में यह भाषा कहीं भी उचित नहीं है। याद रखिए भूपेश बघेल जी इसी जनता ने आप को वोट देकर मुख्यमंत्री बनाया और यही जनता आपको अर्श से फर्श तक लाने में तनिक भी देर नही करेगी।”
चौतरफा आलोचना होने पर सीएम भूपेश बघेल ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “वह महिला अपनी बात कर रही थी, वो दुःखी थी अपनी पीड़ा बता रही थी। मुझे उस वक्त डाँटना नहीं चाहिए था, मुझे इस बात का दुख है। BJP इस तरह की वीडियो प्रचार कर निम्न स्तर की राजनीति कर रही है।”
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों 90 विधानसभा के दौरे पर है और वे जनता से सीधे रूबरू हो रहे हैं। जनता की समस्या सुन रहे हैं और अधिकारियों को निराकरण के आदेश दे रहे हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रही योजनाओं के बारे में लोगों को बता रहे हैं और उसका लाभ जनता तक पहुँच रहा है कि नहीं इसका जायजा भी ले रहे हैं।