प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड के जरिए आज (30 अप्रैल 2023) देशवासियों से बात की। इस दौरान उन्होंने ‘मन की बात’ को ‘प्रसाद की थाल’ की तरह बताया और कहा कि इस कार्यक्रम की सफलता के लिए वो देश के जन-जन को धन्यवाद देते हैं। पीएम बोले कि इस कार्यक्रम में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई वो ‘जन आंदोलन’ बन गए।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए ‘मन की बात’ ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल की तरह है। ‘मन की बात’ मेरे मन की आध्यात्मिक यात्रा बन गया है। ‘मन की बात’ स्व से समिष्टि की यात्रा है। ‘मन की बात’ अहम् से वयम् की यात्रा है।”
उन्होंने सेल्फी विद डॉटर अभियान शुरू करने वाले सुनील जागलान से बात की। साथ ही उनका धन्यवाद दिया। पीएम के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के बीच ही सुनील का ये अभियान चर्चा में आया था। इसके बाद लोगों ने उत्सुकता से आगे बढ़ाया और बेटियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर गर्व से साझा की जाने लगी।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में नारी शक्ति पर बात की। इसके बाद उन्होंने मंजूर अहमद को भी कार्यक्रम के बीच बुलाया जिनका पेंसिल स्लेट का काम कभी गुमनाथ था और पीएम ने ‘मन की बात’ में इसका जिक्र करके उसे बढ़ावा दिया।
LIVE: PM Shri @narendramodi's 100th episode of #MannKiBaat. https://t.co/NW1UtjVqPl
— BJP (@BJP4India) April 30, 2023
मंजूर अहमद ने बताया कि पीएम मोदी की वजह से आज उनके काम को जमीनी स्तर पर पहचान मिली है। वो 200 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे पा रहे हैं। आगे भी इस काम का विस्तार करके 200 अतिरिक्त लोगों को रोजगार देने को तैयार हैं।
उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ पर बात करते हुए विजय लक्ष्मी से बात की और उन्हें उनके लोटस फाइबर के काम के लिए शुभकामाएँ दीं। पीएम ने बताया कि कैसे मिट्टी के खिलौनों से लेकर श्र्वान के प्रति समाज को जागरूक किया गया और ये तय हुआ कि छोटे दुकानदारों से मोल-भाव नहीं किया जाएगा।
हीलिंग हिमालय के अभियान की शुरुआत करने वाले प्रदीप से पीएम ने बात करते हुए कि उनके अभियान के बारे में पूछा। प्रदीप ने बताया कि कैसे 2020 के बाद बहुत कुछ बदल गया है। मन की बात में उनके अभियान की चर्चा होने के बाद लोग खुद हिमालय को साफ करने के अभियान में आगे आते हैं, उनसे जुड़ते हैं, उनका साथ देते हैं।
पीएम ने इस कार्यक्रम में टूरिज्म को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि किस तरह बाहर जाने से पहले भारत में 15 जगह जरूर घूमें। इस कार्यक्रम में यूनेस्को की डीजी ने शिक्षा और संस्कृति के संरक्षण के बारे में पीएम से पूछा जिसपर पीएम ने कहा कि ये देश की परंपरा रही है जो भी इस दिशा में काम कर रहा है वो बेहद सराहनीय है।