प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में कॉन्ग्रेस के ऊपर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कॉन्ग्रेस जैसी वंशवादी पार्टियों को देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि अगर कॉन्ग्रेस नहीं होती तो देश को आपातकाल नहीं देखना पड़ता, जाति की राजनीति नहीं सहनी पड़ी, सिखों का नरसंहार नहीं देखना पड़ता और कश्मीर पंडित प्रताड़ित नहीं होते।
Majrooh Sultanpuri and Prof Dharampal were both jailed for for criticising Nehru.
— BJP (@BJP4India) February 8, 2022
Kishore Kumar did not bow to Indira Gandhi during Emergency and he was banned from singing on radio.
We know how freedom of expression is curbed when people don't agree to one family. pic.twitter.com/jGxzpbj4pV
कॉन्ग्रेस शासन काल पर बात करते हुए पीएम ने कहा नेहरू की आलोचना करने के लिए मजरूह सुल्तानपुरी और प्रोफेसर धर्मपाल को जेल नहीं होती। किशोर कुमार को इंदिरा गाँधी के आगे न झुकने पर आपातकाल के दौरान रेडियो पर बैन नहीं किया जाता। उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि कैसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला गया जब एक परिवार से लोग सहमत नहीं हुए।”
Newspapers at that time said that Pandit Nehru was only concerned about his international image. For his vested interest, he ignored Goa & took no steps when Goans were shot at. Then PM had denied help to the Satyagrahis, & the state had to be in foreign rule for 15 years more! pic.twitter.com/kWV8aGywPs
— BJP (@BJP4India) February 8, 2022
पीएम ने नेहरू काल को लेकर कहा, “उस समय के समाचार पत्रों ने कहा था पंडित नेहरू को केवल अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि की चिंता होती थी। अपने निहित स्वार्थों के लिए उन्होंने गोवा के लोगों को नजरअंदाज किया और वहाँ के लोगों को जब गोली लगी तो उनके लिए कोई कदम नहीं उठाया। तत्कालीन पीएम ने सत्याग्रहियों की मदद करने से मना कर दिया था। राज्य को 15 साल से ज्यादा समय तक विदेशी शासन में रहना पड़ा।”
Everyone knows the kind of tricks Congress has played in India's history to destabilize govts.
— BJP (@BJP4India) February 8, 2022
Atal Ji's Govt formed three states – Chhatisgarh, Jharkhand and Uttarakhand, but no such problems ever came to the fore.
– PM @narendramodi
कॉन्ग्रेस को घेरने के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी की हालत देख ऐसा लगता है जैसे पार्टी को अर्बन नक्सलियों ने हाईजैक कर लिया है। ये चिंता करने वाली बात है। लेकिन ये लोग कहते हैं कि इतिहास बदला जा रहा है। पीएम ने कहा, “हम बस यादश्त को सुधार रहे हैं। अगर कुछ लोगों के लिए इतिहास केवल एक परिवार है, तो हम कुछ नहीं कर सकते।”
पीएम ने कॉन्ग्रेस के हाई कमान पर तंज कसते हुए कहा कि उनके काम करने के बस तीन ढंग हैं- डिस्क्रेडिट , डिस्टेबलाइज, डिसमिस। वे इन्हीं सिद्धांतों पर काम करते हैं। पीएम ने पूछा कि आखिर फारूख अब्दुल्ला सरकार, चौधरी देवी लाल सरकार, चौधरी चरण सिंह सरकार, सरदार बादल सिंह सरकार और तमाम आखिर क्यों पिछले 6-7 दशकों में अस्थिर हुईं। पीएम ने कहा कि उन हरकतों से वाकिफ है जो कॉन्ग्रेस ने भारत के इतिहास में सरकारों को गिराने के लिए क्या चाल चलीं। अटल जी ने तीन राज्यों में सरकार बनाई लेकिन वहाँ कभी ऐसी दिक्कत नहीं आई।
India's democracy faces the biggest threat of family-based parties. The biggest loss any party faces due to this is good talent.
— BJP (@BJP4India) February 8, 2022
– PM @narendramodi
पीएम मोदी ने राज्यसभा में आज वंशवादी पार्टियों को देश के लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। पीएम ने कहा कि भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है। इस पर बहस लंबे अरसे से चलती आई है। कॉन्ग्रेस की दिक्कत ये है कि उन्होंने वंश से हटके कुछ किया नहीं। सभा में पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के भाई द्वारा वीर सावरकर पर कविता पढ़े जाने पर उन्हें जॉब से हटाने वाली घटना का भी जिक्र किया।