Monday, November 18, 2024
Homeराजनीति'महादेव की काशी कभी थमती नहीं': PM मोदी ने वाराणसी को दी ₹614 करोड़...

‘महादेव की काशी कभी थमती नहीं’: PM मोदी ने वाराणसी को दी ₹614 करोड़ की 30 विकास परियोजनाओं की सौगात

PM मोदी ने जानकारी दी कि आज भी करीब 220 करोड़ रुपए की 16 योजनाओं के लोकार्पण के साथ, करीब 400 करोड़ रुपए की 14 योजनाओं पर काम शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि वाराणसी के शहर और देहात के इस विकास योजना में पर्यटन के साथ-साथ संस्कृति और सड़क, बिजली, पानी भी हो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (नवंबर 9, 2020) को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को कई बड़े विकास परियोजनाओं की सौगात दी। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वाराणसी में जो विकास के कार्य हो रहे हैं, सरकार ने जो निर्णय लिए हैं, उनका लाभ यहाँ के लोगों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि ये जो सब कुछ हो रहा है, उसके पीछे बाबा विश्वनाथ का ही आशीर्वाद है। उन्होंने 614 करोड़ रुपए की लागत से 30 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महादेव के आशीर्वाद से काशी कभी थमती नहीं है, माँ गंगा की तरह निरंतर आगे बढ़ती रहती है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे कोरोना के कठिन काल में भी काशी आगे बढ़ती रही। उन्होंने क्षेत्र के लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ वाराणसी ने जिस जीवटता से लड़ाई लड़ी है, इस मुश्किल समय में जो सामाजिक एकजुटता का परिचय दिया है – वो बहुत प्रशंसनीय है।

पीएम मोदी ने कहा कि महादेव का आशीर्वाद ही है कि जब भी काशी के लिए नए कार्यों की शुरुआत होती है, तो पुराने कई संकल्प पूरे हो चुके होते हैं। यानी एक तरफ शिलान्यास, दूसरी तरफ लोकार्पण होता है। उन्होंने जानकारी दी कि आज भी करीब 220 करोड़ रुपए की 16 योजनाओं के लोकार्पण के साथ, करीब 400 करोड़ रुपए की 14 योजनाओं पर काम शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि वाराणसी के शहर और देहात के इस विकास योजना में पर्यटन के साथ-साथ संस्कृति और सड़क, बिजली, पानी भी हो।

पीएम मोदी ने विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार का प्रयास यही है कि काशी के हर व्यक्ति की भावनाओं के अनुरूप ही विकास का पहिया आगे बढ़े। उन्होंने बताया कि माँ गंगा को लेकर ये प्रयास, ये प्रतिबद्धता काशी का संकल्प भी है, और काशी के लिए नई संभावनाओं का रास्ता भी है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे धीऱे-धीरे यहाँ के घाटों की तस्वीर बदल रही है और गंगा घाटों की स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के साथ-साथ सारनाथ भी नए रंगरूप में निखर रहा है।

पीएम ने महत्वपूर्ण जानकारी दी कि आज गंगा ‘एक्शन प्लान प्रोजेक्ट’ के तहत काशी में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हो चुका है और साथ ही साही नाला से अतिरिक्त सीवेज गंगा में गिरने से रोकने के लिए डायवर्जन लाइन का शिलान्यास भी किया गया है। उन्होंने बताया कि आज जिस ‘लाइट एंड साउंड कार्यक्रम’ का लोकार्पण किया गया है, उससे सारनाथ की भव्यता और अधिक बढ़ जाएगी।

पीएम मोदी ने ध्यान दिलाया कि काशी की एक बड़ी समस्या यहाँ लटकते बिजली के तारों के जाल की रही है, लेकिन आज काशी का बड़ा क्षेत्र बिजली के तारों के जाल से भी मुक्त हो रहा है। इस सम्बन्ध में उन्होंने जानकारी दी कि तारों को अंडरग्राउंड करने का एक और चरण आज पूरा हो चुका है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बनारस की कनेक्टिविटी हमेशा से उनकी सरकार की प्राथमिकता रही है। पीएम मोदी ने वाराणसी में कहा:

“काशीवासियों का और यहाँ आने वाले हर श्रद्धालु का समय सड़क जाम में न लगे, इसके लिए यहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जा रहा है। बाबतपुर से शहर को कनेक्ट करने वाली सड़क भी अब बनारस की नई पहचान बनी है। आज एयरपोर्ट पर दो ‘Passenger Boarding Bridge’ का लोकार्पण होने के बाद इन सुविधाओं का और विस्तार होगा। छः वर्ष पहले जहाँ बनारस से हर दिन 12 फ्लाइट्स चलती थीं, आज इससे 4 गुणा फ्लाइट्स चलती हैं। बीते छः वर्षों में बनारस में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी अभूतपूर्व काम हुए हैं। आज काशी यूपी ही नहीं, बल्कि एक तरह से पूरे पूर्वांचल के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का हब बनता जा रहा है।”

प्रधानमंत्री ने लोगों को याद दिलाया कि अब पूर्वांचल के लोगों को छोटी-छोटी जरूरत के लिए दिल्ली-मुंबई के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। बनारस और पूर्वांचल के किसानों के लिए तो स्टोरेज से लेकर ट्रांसपोर्ट तक की अनेक सुविधाएँ यहाँ तैयार की गई हैं। उन्होंने कहा कि इन्टेरशनल राइस इंस्टिट्यूट का सेंटर हो, मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट हो, ‘Perishable कार्गो सेंटर’ का निर्माण हो, ऐसी अनेक सुविधाओं से किसानों को बहुत लाभ हो रहा है।

उन्होंने गर्व की अनुभूति करते हुए कहा कि ये भी हमारे लिए गर्व की बात है कि इस साल पहली बार वाराणसी से फल, सब्जी और धान को विदेश के लिए निर्यात किया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि गाँव में रहने वाले लोगों को, गाँव की जमीन, गाँव के घर का, कानूनी अधिकार देने के लिए ‘स्वामित्व योजना’ शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि गाँवों में घर मकान को लेकर जो विवाद होते थे, इस योजना से मिले प्रॉपर्टी कार्ड के बाद, उनकी गुंजाइश नहीं रह जाएगी।

वाराणसी में विकास परियोजनाओं के शुभारम्भ के मौके पर पीएम मोदी ने बताया कि गाँव, गरीब और किसान आत्मनिर्भर अभियान के सबसे बड़े स्तंभ और लाभार्थी हैं। उन्होंने कहा कि हाल में जो कृषि सुधार हुए हैं, उससे किसानों को सीधा लाभ होने वाला है। साथ ही किसानों के नाम पर किसानों की मेहनत हड़प जाने वाले बिचौलियों को सिस्टम से दूर किया जा रहा है। पीएम ने कहा कि आजकल, ‘लोकल के लिए वोकल’ के साथ ही, ‘लोकल फॉर दिवाली’ के मंत्र की गूँज चारो तरफ है।

उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हर एक व्यक्ति जब गर्व के साथ लोकल सामान खरीदेगा, नए-नए लोगों तक ये बात पहुँचाएगा कि हमारे लोकल प्रोडक्ट कितने अच्छे हैं, किस तरह हमारी पहचान हैं, तो ये बातें दूर-दूर तक जाएँगी। उन्होंने बताया कि शास्त्रों में कहा गया है- ‘काश्यां हि काशते काशी, काशी सर्वप्रकाशिका‘, अर्थात काशी को काशी ही प्रकाशित करती है और काशी सभी को प्रकाशित करती है।

उन्होंने कहा कि इसलिए आज विकास का जो प्रकाश फैल रहा है और जो बदलाव हो रहा है, ये सब काशी और काशीवासियों के आशीर्वाद का ही परिणाम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 नवंबर को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -