प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मलयालम चैनल ‘Asianet News’ को इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने विभिन्न सवालों का खुल कर जवाब दिया। इससे पहले वो तमिल चैनल ‘Thanthi TV’ को इंटरव्यू दे चुके हैं। इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान इस बार दक्षिण भारत क्षेत्रीय भाषाओं पर अधिक है। ताज़ा इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि 2014 उम्मीद का कालखंड था, लोगों के दिल में भी उम्मीद थी और उनके मन में भी उम्मीद थी कि हम उनकी उम्मीदों को पूरा करें।
पीएम मोदी ने कहा, “मैं शासन नहीं करता हूँ, मैं सेवा करता हूँ। मैं पद पर बैठकर मौज करने के पक्ष में नहीं हूँ। मैं लोगों के लिए एक सामान्य नागरिक से भी ज्यादा मेहनत करने का प्रयास करता हूँ। 2014 में उम्मीद का वातावरण था, 2019 में वो विश्वास में पलट गया। जन सामान्य के विश्वास ने मेरे भीतर एक नया आत्मविश्वास भर दिया, मुझे लगा हम सही दिशा में हैं। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ का जो मंत्र लेकर चले हैं, उसे हम जमीन पर उतार पाए हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि 2024 का चुनाव मोदी नहीं लड़ रहा है, भाजपा नहीं लड़ रही है, ये देश की जनता की पहल है। उन्होंने कहा कि देश की जनता, 10 साल के अनुभव के अनुसार निर्णय कर चुकी है। हमने डिजिटल अप्रोच लिया, ह्यूमन इंटरवेंशन को हम कम से कम करने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने याद किया कि कैसे किसी प्रधानमंत्री (राजीव गाँधी) ने कहा था कि हम एक रुपया भेजते हैं, तो 15 पैसा ही पहुँचता है। पीएम मोदी ने कहा कि 85 पैसा बीच में कोई न कोई पंजा खा ही जाता था, जबकि अब हम ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’ (DBT) कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जितने मामले दर्ज किए हैं, उनमें से सिर्फ 3% लोग ही राजनीति से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करने के लिए कोई संस्था बनाई गई है, वो काम न करे तो सवाल पूछना चाहिए। काम करे, इसलिए सवाल पूछा जाए, ये लॉजिक ही नहीं बनता है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में एक नैरेटिव बना दिया गया कि भाजपा अपर कास्ट की पार्टी है, जबकि सच ये है कि भाजपा में सबसे ज्यादा एससी हैं, सबसे ज्यादा एसटी हैं, सबसे ज्यादा ओबीसी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि फिर नैरेटिव बनाया गया कि भाजपा अर्बन पार्टी है, साथ ही जवाब दिया कि आज भाजपा में ग्रामीण लोग सबसे ज्यादा हैं। पीएम मोदी ने कहा कि फिर नैरेटिव बनाया गया कि भाजपा पुराणपंथी पार्टी है, नया सोच ही नहीं सकती है। आज दुनिया में डिजिटल मूवमेंट का नेतृत्व भाजपा शासित सरकार कर रही है। ये जो भ्रम फैलाए गए हैं, वो गलत हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश के नागरिकों के सामर्थ्य को कम नहीं आँकना चाहिए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैंने एक बार लाल किले से कहा था कि जो लोग इसमें सक्षम हैं, वो गैस की सब्सिडी छोड़ दें। 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने गैस की सब्सिडी छोड़ दी। मेरे देश के लोग हमसे ज्यादा देश को प्यार करते हैं, हमसे ज्यादा देश के लिए करने को तैयार हैं। इन्हें कम न आँको। जनता का बोझ कम करना सरकार का दायित्व है, ये उपकार नहीं है। जनसंघ के जमाने से हम पूरे देश की सेवा करना चाहते हैं। देश के हर हिस्से की सेवा करना चाहते हैं। राजनीतिक फायदा देखकर काम करना हमारा सिद्धांत नहीं है।”
केरल के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे लिए केरल सत्ता पाने का एक मैदान नहीं है, बल्कि हमारे लिए केरल भी सेवा क्षेत्र है और हम उतनी ही लगन से सेवा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के राजनीति दल, भारत के संविधान को समर्पित होने चाहिए और भारत का संविधान हम सब को देश की एकता और अखंडता का दायित्व देता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई देश को तोड़ने की बात करता है, तो उसे राजनीति दलों को गंभीरता से लेना चाहिए, तत्कालीन स्वार्थ के लिए ऐसी भाषा और ऐसे इरादों से बचना चाहिए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि वो जब गुजरात में थे, तब उनके साथ केंद्र सरकार द्वारा बहुत अन्याय होते थे, लेकिन उनका एक ही मंत्र होता था कि ‘भारत के विकास के लिए गुजरात का विकास’। पीएम मोदी ने कहा कि हम सबको मिलकर भारत को बहुत आगे बढ़ाना है और इसमें हमें कोई समझौता नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये देश का दुर्भाग्य रहा है कि वेस्ट एशिया के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने का काम पिछली सरकारों ने नहीं किया।
बकौल पीएम मोदी, आज हमारा रिश्ता पश्चिमी एशिया के साथ बहुत मजबूत है और हम Seller/Buyer से निकल कर व्यापक विकास की ओर जा रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के लोग भी अगर एक बार तिरंगा लेकर चल पड़े और ‘भारत माता की जय’ बोले तो कोई पूछता नहीं है कि किस देश का नागरिक है, उसको जाने देते हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान केरल में भाजपा कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्यारों का मुद्दा भी कड़ाई से उठाया।