प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (27 जून, 2023) को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से देश को 5 नई ‘वन्दे भारत’ एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात दी। ये ट्रेनें भोपाल-जबलपुर, भोपाल-इंदौर, बेंगलुरु-धारवाड़, गोवा-मुंबई और पटना-राँची की होंगी। इसके बाद पीएम मोदी ने भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि कैसे भाजपा AC कमरों से फतवा निकलने वालों की पार्टी नहीं है, बल्कि जमीन पर काम करती है।
इस दौरान पीएम मोदी ने समान नागरिक संहिता (UCC), तीन तलाक और पसमांदा मुस्लिमों के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, जो भी इसकी वकालत करते हैं, वो वोट बैंक के भूखे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ‘तीन तलाक’ से केवल बेटियों पर अन्याय नहीं होता, पूरे परिवार तबाह हो जाते हैं। उन्होंने पूछा कि अगर तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है तो कतर, जॉर्डन, इंडोनेशिया जैसे देशों में क्यों इसको बंद कर दिया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के मुस्लिम भाई-बहनों को ये समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उनको भड़का कर उनका राजनीतिक फायदा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC)’ के नाम पर ऐसे लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। साथ ही सवाल किया कि एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पाएगा क्या? ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा?
पीएम मोदी ने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने बार बार कहा है कि ‘कॉमन सिविल कोड’ लाओ लेकिन ये वोटबैंक के भूखे लोग, वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने पसमांदा मुसलमानों का शोषण किया है लेकिन उनकी कभी चर्चा नहीं हुई। उन्हें आज भी बराबरी का हक़ नहीं मिलता। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि इन पार्टियों के पास घोटालों का ही अनुभव है और इसीलिए इनकी अगर कोई गारंटी है तो वो है- घोटालों की गारंटी।
पीएम मोदी ने कहा कि नागरिकों के समान अधिकारी की बात भारत के संविधान में भी है। उन्होंने कहा कि जो लोग मुसलमान-मुसलमान करते हैं अगर वो सही मायने में मुसलमानों के हितैषी होते तो मेरे मुस्लिम भाई-बहनों के अधिकांश परिवार शिक्षा-रोजगार में पीछे नहीं रहते और मुसीबत में जीवन नहीं जी रहे होते। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने पसमांदा मुस्लिमों का जीना मुश्किल कर रखा है, उनके ही मजहब के एक वर्ग ने उनका इतना शोषण किया है लेकिन इस पर देश में कभी चर्चा नहीं हुई।
पीएम मोदी ने कहा कि पसमांदा मुस्लिमों को आज भी बराबरी का अधिकार नहीं मिला है, वो काफी कष्ट में रहते हैं और उन्हें कोई फायदा नहीं मिला। प्रधानमंत्री ने कहा कि पसमांदा मुस्लिमों को नीचा और अछूत समझा जाता है, मुस्लिमों में ही। उन्होंने कहा कि पसमांदा मुस्लिमों में मोची, जुलाहा और मदारी सहित कइयों की बात करते हुए कहा कि उनमें कितनी ही जातियाँ होती हैं। उन्होंने पसमांदा मुस्लिमों की 17 जातियाँ (मोची, भटियारा, लालबेगी, जोगी, मदारी, जुलाहा, लंबाई, बेजा, लहरी, हलदर, सिकदर, मेरासी, डफाली, मुकेरी, बामणिया…) गिनाते हुए कहा कि ये सब इतने पिछड़े रहे हैं और इनके साथ इतना भेदभाव हुआ है, जिसका नुकसान उनकी कई पीढ़ियों को भुगतना पड़ा लेकिन भाजपा देश के हर नागरिक के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम कर रही है।
भारत के मुसलमान भाई बहनों को ये समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उनको भड़का कर उनका राजनीतिक फायदा ले रहे हैं। हम देख रहे हैं कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर ऐसे लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पायेगा क्या?… pic.twitter.com/EROICLwt6v
— BJP (@BJP4India) June 27, 2023
उन्होंने घोटालेबाजों पर करवाई की गारंटी भी दी। प्रधानमंत्री ने कहा, “कोई गरीब ये नहीं चाहता कि उसके बच्चों के नसीब में भी गरीबी रहे। परिवार के नाम पर वोट माँगने वालों ने अपने परिवार का ही भला किया। अब आपको सोच समझ कर यह तय करना है कि आप किसका भला होते देखना चाहते हैं। आज भारत दुनिया के उन देशों में है जहाँ विकास तेजी से हो रहा है और महंगाई दर नियंत्रण में है। कोरोना के बावजूद, इतने समय से चले जा रहे युद्ध के बावजूद भारत में हमने महँगाई को बेकाबू नहीं होने दिया है।”