उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में मुहर्रम के लिए लगाए गए मस्जिद नुमा गेट को हटाने का मामले तूल पकड़ता जा रहा है। कुंडा से विधायक और राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह (Uday Pratap Singh) गेट हटाने की माँग को लेकर कुंडा तहसील परिसर में गुरुवार (4 अगस्त 2022) को धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि अब तक इस गेट को नहीं हटाया जाता है वह अपना धरना जारी रखेंगे।
वहीं, ‘अखिल भारतीय हिंदू महासभा’ ने भी राजा उदय प्रताप सिंह को अपना समर्थन दिया है। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि ‘अखिल भारतीय हिंदू महासभा’ का पूरा समर्थन राजा उदय प्रताप सिंह को है और जल्द ही महासभा का प्रतिनिधिमंडल प्रतापगढ़ जाएगा। चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि जिला प्रशासन मुस्लिम तुष्टिकरण कर रही है। अगर जिला प्रशासन इस तुष्टिकरण को बंद नहीं करता है, तो हिंदू महासभा सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेगी।
प्रतापगढ़ के कुण्डा में हिन्दू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर राजा उदय प्रताप सिंह बड़े महाराज का कुण्डा तहसील परिसर में हजारों समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन ।@myogiadityanath सरकार से मांग कर रहे है उदय महाराज @rajnathsingh @Uppolice @TheLallantop @pratapgarhpol @dgpup pic.twitter.com/MsAYLmbRRH
— Local News Kunda (@Localnewskunda) August 3, 2022
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उदय प्रताप बुधवार (4 जुलाई 2022) को भी रात भर धरने पर बैठे रहे। जिले के डीएम और एसपी के बहुत मनाने पर भी वह नहीं उठे। इस दौरान राजा भैया के पिता के साथ तमाम समर्थकों ने उनके साथ धरना दिया। धरने पर बैठे राजा उदय प्रताप का ब्लड प्रेशर डाउन होने की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके भेजा गया, जाँच करने के बाद उन्हें दवाइयाँ दी गईं। करीब 2 घंटे के बाद तक डीएम और एसपी राजा उदय प्रताप को मनाते रहे, लाख कोशिशों के बाद भी जब वे नहीं माने तो ये जिला मुख्यालय के लिए रवाना हो गए।
अपनी माँग पर अडिग उदय प्रताप सिंह का कहना है कि हिंदूओं पर दूसरे धर्म को थोपा जा रहा है। हमने प्रशासन को इससे अवगत कराया था। उसके बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यही कारण है कि वह धरना देकर अपना विरोध जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक यह गेट नहीं हटेगा, तब तक धरना जारी रहेगा।
बता दें कि जिले के शेखपुर गाँव में सड़क पर बने गेट से प्रशासन और राजा उदय प्रताप विवाद शुरू हुआ है। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी लगातार बातचीत के जरिए इस मामले को सुलझाने में लगे हैं। लेकिन यह मामला किसी भी तरह से सुलझता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है।