लोकसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस के प्रदर्शन पर CWC की समीक्षा बैठक के दौरान कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रोजाना ED ऑफिस के चक्कर काट रहे रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी और कॉन्ग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा का गुस्सा कुछ शीर्ष नेताओं पर फूटा और उन्होंने कहा, “कॉन्ग्रेस के हत्यारे इसी कमरे में बैठे हैं।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गत शनिवार (मई 25, 2019) को हुई कार्यकारिणी समिति की बैठक में राहुल गाँधी की बहन प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया और बैठक में मौजूद पार्टी के कुछ शीर्ष नेताओं पर बरसते हुए इशारों में ही उन्हें चुनाव में हुई कॉन्ग्रेस की फजीहत का जिम्मेदार ठहराया। इसी बैठक में राहुल गाँधी ने भी वरिष्ठ नेताओं द्वारा अपने बेटों के लिए टिकट माँगने की जिद पर नाराजगी जाहिर की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गाँधी परिवार ने इस बैठक में कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा राहुल गाँधी को जरूरी समर्थन ना देने पर नाराजगी जाहिर की थी। परिवार की नाराजगी स्पष्ट थी, क्योंकि सोनिया भी पूरी बैठक के दौरान नहीं बोलीं और यह जाहिर किया कि उन्हें भी अपने विश्वस्त साथियों से निराशा हासिल हुई।
बताया जा रहा है कि राहुल की बहन प्रियंका वाड्रा गाँधी ही पहली नेता थीं, जिन्होंने यह सुझाव दिया कि राहुल को अपने इस्तीफे पर विचार के लिए एक महीने का समय दिया जाए। कॉन्ग्रेस नेताओं के साथ अपनी बातचीत में भी प्रियंका और राहुल ने कई नेताओं की कार्यप्रणाली को सही नहीं ठहराया।
CWC की इस बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम चुपचाप थे। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ‘गो-भक्त’ कमलनाथ इस बैठक में शामिल नहीं हुए। कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा और चिदंबरम के बेटे कार्ति तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से लोकसभा चुनाव जीते हैं। जबकि, अशोक गहलोत के बेटे वैभव जोधपुर सीट से चुनाव हार गए हैं।