कॉन्ग्रेस की नजर में अब मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के अलावा देश के एक अन्य शीर्ष उद्योगपति रतन टाटा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘दोस्त’ हो गए हैं। प्रियंका गाँधी ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ‘किसान न्याय’ रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अपने लिए 16,000 करोड़ रुपए में दो एयरक्राफ्टस खरीदे थे, जबकि उन्होंने देश की ‘एयर इंडिया’ को मात्र 18,000 करोड़ रुपए में अपने ‘अरबपति दोस्तों’ को बेच दिया।
"When people are losing their jobs and small business are shutting, billionair friends of PM Modi are making billions of Rupees": Congress leader @priyankagandhi at 'Kisan Nyay' rally in Varanasi pic.twitter.com/aoGiM3JnfY
— Hindustan Times (@htTweets) October 10, 2021
अब सबसे पहले आते हैं प्रियंका गाँधी के उस दावे पर, जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अपने लिए’ एयरक्राफ्टस खरीदे, वो भी दो-दो। फरवरी 2020 के बजट भाषण में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने बताया था कि ‘स्पेशल एक्स्ट्रा सेक्शन फ्लाइट (SESF)’ के लिए कुल 810.23 करोड़ रुपए अलॉट किए गए हैं, जिसके तहत दो नए एयरक्राफ्टस खरीदे जा रहे हैं। इससे पिछले वित्त वर्षों (2018-19, 17-18) में भी 4,741.85 इसके लिए अलॉट किए गए थे।
ये नए एयरक्राफ्टस ‘Boeing 777-300ER’ मॉडल के हैं, जिन्होंने 25 साल पुराने ‘Boeing 747’ को रिप्लेस किया। पहले इसी विमान का इस्तेमाल ‘एयर इंडिया’ द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उप-राष्ट्रपति की यात्राओं के लिए किया जाता था। ऐसे विमानों पर AI-1 या AIC001 अंकित किया जाता है, जो बताता है कि इसमें राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री हैं। नए विमानों का कुल खर्च आधिकारिक रूप से तो सामने नहीं आया, लेकिन इनमें 8458 करोड़ रुपए का खर्च आँका गया था।
अब आपको बताते हैं सबसे बड़ी बात। पहली बात तो ये कि इस विमान पर नरेंद्र मोदी के बाद बनने वाले प्रधानमंत्री भी चढ़ेंगे और रामनाथ कोविंद के बाद बनने वाले राष्ट्रपति भी, क्योंकि ये किसी व्यक्ति विशेष का विमान नहीं है बल्कि सरकारी है। दूसरी बात, इन विमानों के लिए करार UPA-1 के काल में हुआ था, जब कॉन्ग्रेस के मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। बोइंग को तब ‘एयर इंडिया’ ने 68 विमानों का ऑर्डर दिया था, जिसका ये हिस्सा था।