पंजाब में एक बड़ा साइबर घोटाला सामने आया है, जिसमें आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्री हरजोत बैंस और उनकी पत्नी पुलिस अधीक्षक (एसपी) ज्योति यादव के नाम कथित रूप से जुड़े हैं। मामले में मोहाली की इंस्पेक्टर अमनजोत कौर ने पंजाब पुलिस के महानिदेशक को शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें साइबर फ्रॉड और उच्च स्तर की मिलीभगत के गंभीर आरोप हैं। इस बीच, पंजाब के मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने एक्स पर आरोपों को खारिज किया है और कहा कि वो और उनकी पत्नी बेदाग हैं। वो इस मामले में मानहानि का केस करेंगे।
पीटीसी न्यूज के मुताबिक, यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता माणिक गोयल ने अपने एक्स हैंडल पर शेयर की है। पोस्ट के मुताबिक, साइबर क्राइम यूनिट में पहले काम कर चुकी इंस्पेक्टर अमनजोत कौर ने इस संबंध में पंजाब पुलिस के महानिदेशक के पास शिकायत दर्ज कराई है।
Big Exposé‼️
— Manik Goyal (@ManikGoyal_) September 5, 2024
Complainant Links 100 Crore Cyber Scam with @AamAadmiParty Minister @harjotbains & His SP Wife; Sends Complaint to @DGPPunjabPolice .
A bombshell complaint has surfaced, shaking up the corridors of power in Punjab! Inspector Amanjot Kaur, who served in Cyber… pic.twitter.com/ZpeKTM2Hlv
इंस्पेक्टर अमनजोत कौर ने अपनी शिकायत में कहा कि मोहाली के एक बेसमेंट से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर ने विदेशियों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की रकम ठगी है। इस घोटाले की प्रारंभिक जाँच अमनजोत ने शुरू की थी, जिसमें विजय राय कपूरिया को गिरफ्तार किया गया था। शिकायत में कहा गया है कि विजय राय कपूरिया का आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब सरकार के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस से गहरा संबंध है। बैंस और कपूरिया दोनों ही नांगल के रहने वाले हैं। अमनजोत ने आरोप लगाया कि बैंस को इस घोटाले से पार्टी के लिए फंड भी प्राप्त हुआ होगा।
अमनजोत ने आरोप लगाया कि मंत्री हरजोत सिंह बैंस की पत्नी एसपी ज्योति यादव जाँच में बाधा डाल रही हैं और मामले को रोकने के लिए दबाव डाल रही हैं। हालाँकि, जाँच के दौरान उन्हें रोकने की काफी कोशिश की गई। इसी क्रम में उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा भी दर्ज कराया गया। इंडियन एक्सप्रेस ने भी इस शिकायत के बारे में खबर छापी है, हालाँकि उसमें मंत्री और उनकी एसपी पत्नी के नाम नहीं दिए गए हैं, लेकिन कॉल सेंटर घोटाले के आरोपितों के बारे में जानकारी दी गई है।
मंत्री की एसपी पत्नी पर भी गंभीर आरोप
इंस्पेक्टर अमनजोत कौर ने अपनी शिकायत में मंत्री हरजोत बैंस की पुलिस अधीक्षक (एसपी) पत्नी ज्योति यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने जाँच में रुकावट डालने की कोशिश की और मामले को कमजोर करने के लिए दबाव बनाया। एसपी ज्योति यादव पर यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने प्रोफेसर बलविंदर कौर की मौत के मामले में भी हस्तक्षेप किया था, जिसमें एसपी ज्योति यादव और डीएसपी गुरशेर ने प्रोफेसर बलविंदर कौर से संबंधित कॉल रिकॉर्ड अवैध रूप से माँगे, जिन्होंने 1,158 सहायक प्रोफेसरों से जुड़े विवाद के बीच आत्महत्या कर ली थी।
बलविंदर कौर ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा था। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में हरजोत सिंह बैंस का नाम लिखा था। अमनजोत ने कहा कि एसपी ज्योति यादव इस मामले को अपने पति को बचाने के लिए दबा रही थीं। बता दें कि एसपी ज्योति यादव और मंत्री हरजोत बैंस ने बीते साल मार्च महीने में शादी की थी।
अमनजोत कौर ने एक जज पर भी आरोप लगाए हैं कि उन्होंने घोटालेबाजों से संपत्ति स्वीकार की और उनके खिलाफ एक फर्जी एफआईआर दर्ज की। शिकायत में जज का नाम और संपत्ति का विवरण भी दिया गया है। अमनजोत ने इस मामले की निष्पक्ष जाँच की माँग की है और मोहाली पुलिस से केस हटाकर किसी अन्य एजेंसी से जाँच कराने की अपील की है।
यह घोटाला पंजाब के साइबर क्राइम यूनिट से जुड़ा है, जहाँ फर्जी कॉल सेंटर चलाए जा रहे थे। इन कॉल सेंटरों से विदेशियों को निशाना बनाकर ठगी की जा रही थी, और यह राशि धीरे-धीरे करोड़ों में पहुँच गई। कॉल सेंटर के मालिक विजय राय कपूरिया को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन जाँच के दौरान कई बड़े नाम सामने आए हैं, जिसमें हरजोत बैंस का नाम भी प्रमुख रूप से उभर कर आया है। अगर इन आरोपों की पुष्टि होती है, तो यह आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, जो भ्रष्टाचार और घोटाले के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का दावा करती है।
हालाँकि हरजोत सिंह बैंस ने सोशल मीडिया पर सफाई दी है कि उनका नाम गलत तरीके से लिया जा रहा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “अभी-अभी मुझे एक दागी अधिकारी द्वारा मेरे और मेरी पत्नी के खिलाफ लगाए गए निराधार आरोपों के बारे में पता चला, जो एक बेदाग रिकॉर्ड वाली एक शानदार आईपीएस अधिकारी हैं। हम मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। अरविंद केजरीवाल के एक सिपाही के रूप में ईमानदारी मेरा धर्म है। मुझे अपनी पत्नी पर गर्व है, जो पेशेवर और ईमानदारी की मिशाल है। हम सच्चाई सामने लाने के लिए किसी भी जाँच का स्वागत करते हैं।”
इंस्पेक्टर ने की न्याय की माँग
अमनजोत कौर ने इस मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जाँच की माँग की है। उनका कहना है कि यह घोटाला न केवल साइबर क्राइम का मामला है, बल्कि इसमें राजनीतिक हस्तक्षेप और मिलीभगत का भी संदेह है। अब देखना यह है कि पंजाब पुलिस और राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है। वैसे, यह मामला न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अहम है, क्योंकि इसमें विदेशियों को निशाना बनाया गया है। साइबर घोटाले की इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा और अपराध के खिलाफ कठोर कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।