पंजाब कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मलविंदर सिंह माली ने शुक्रवार (अगस्त 27, 2021) को इस्तीफा दे दिया। माली बहुत समय से कैप्टन अमरिंदर सिंह और गाँधी परिवार पर विवादित टिप्पणी देने के कारण चर्चा में थे।
ऐसी खबरें थीं कि कश्मीर पर विवादित बयान देने के बाद भी माली की मुसीबतें बढ़ीं थीं। वहीं कुछ समय पहले तक वह पूर्व पीएम इंदिरा गाँधी की एक विवादित फोटो पोस्ट करने और टिप्पणी करने के कारण चर्चा में थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, अपने पत्र में मलविंदर सिंह माली ने लिखा, “मैं पंजाब कॉन्ग्रेस अध्यक्ष को सलाह देने के लिए दी गई अपनी सहमति को वापस लेता हूँ।”
"I withdraw my consent given for tendering suggestions to Punjab Congress President Navjot Singh Sidhu," writes Malwinder Singh Mali, Advisor to Sidhu pic.twitter.com/s8Eeg5EOkw
— ANI (@ANI) August 27, 2021
मलविंदर सिंह माली ने अपने इस्तीफे में कहा है, “मैं पूरी तरह से मानता हूँ कि जम्मू-कश्मीर भारत का ही हिस्सा है, लेकिन अनुच्छेद 370 और 35 ए को लेकर मेरा मानना है कि इन्हें जिस तरह से हटाया गया, वह संविधान का उल्लंघन है।”
उन्होंने कहा, “भारत का संविधान उन्हें अलग राय रखने का भी अधिकार देता है। मैं उन सभी याचिकाओं का समर्थन करता हूँ, जिसमें केंद्र सरकार के अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले को चुनौती दी गई है।”
इस पूरे मामले पर पंजाब कॉन्ग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा है, “पंजाब में सब चीज़ें ठीक से चल रही हैं, चुनाव जब नज़दीक होते हैं तो थोड़ी हलचल होती है। इसका मतलब ये नहीं है कि सबकुछ सामान्य नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार रहे मलविंदर सिंह माली ने सबसे पहले जम्मू-कश्मीर को लेकर अपना विवादित बयान दिया था। इसमें उन्होंने कश्मीर मसले को संयुक्त राष्ट्र में होने की बात कही थी।
इसके अलावा उन्होंने पूर्व पीएम इंदिरा गाँधी से जुड़ा एक विवादित कार्टून साझा किया था। ऐसे ही उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके साथियों की तुलना ‘अली बाबा और 40 चोरों’ से की थी और कहा था कि कैप्टन समर्थक ये भूल जाएँ कि नवजोत सिंह सिद्धू ‘अली बाबा और चालीस चोर’ की अगुवाई में ‘दूल्हे’ की भूमिका निभाएँगे।
इन्हीं वाकयों के बाद पार्टी हाईकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को अपने सलाहकारों को हटाने के लिए कहा था। पंजाब के प्रभारी हरीश रावत भी इस संबंध में संदेश दिए थे। वहीं, कॉन्ग्रेस भी उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के बारे में भी सोच रही थी।