अभी हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने पुलवामा हमले के साज़िशकर्ता आतंकी मसूद अज़हर को ‘जी’ लगाकर सम्बोधित किया था। उसके बाद से ही उन्हें लेकर विरोध शुरू हो गया। दिग्विजय सिंह भी ओसामा को सम्मानपूर्वक सम्बोधित कर चुके हैं। ऐसे में, कॉन्ग्रेसी नेताओं की इस हरकत को लेकर जनता ने उन्हें सोशल मीडिया पर घेरा। उधर अमेठी के रेलवे स्टेशन परिसर में राहुल गाँधी के विरोधस्वरूप एक पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में वह आतंकी मसूद अज़हर के साथ दिख रहे हैं। पोस्टर में राहुल गाँधी को जैश सरगना का पाँव छूते (हालाँकि कम झुकने की वजह से हाथ पाँव तक नहीं पहुँच पाया है) हुए दिखाया गया है।
पोस्टर में कलाकारी की गई है। रचनात्मकता को नए सिरे से परिभाषित किया गया है। जिसने भी यह किया है, वह जरूर कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं से प्रभावित रहा होगा। जिस प्रकार से किसी भी फोटो को एडिट करके राहुल गाँधी को कभी राम तो कभी शंकर बना पोस्टर में उभारा जाता है, ठीक उसी प्रकार से अमेठी के इस पोस्टर को बनाया गया है – फोटो किसी की, चेहरा किसी का!
राहुल गाँधी अमेठी से ही लोकसभा सांसद हैं। वह 2004, 2009 और 2014 में इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। आगामी लोकसभा चुनावों में भी राहुल गाँधी अमेठी से ही ताल ठोकेंगे। क्षेत्र में भाजपा और कॉन्ग्रेस के बीच पोस्टर वॉर कोई नया नहीं है। यहाँ अक्सर एक-दूसरे की पार्टी के नेताओं के ख़िलाफ़ ऐसे पोस्टर्स लगाए जाते रहे हैं। मई 2015 में ‘राहुल गाँधी गायब‘ लिखे पोस्टर्स चस्पाए गए थे। इन पोस्टर्स में राहुल की फोटो के साथ लिखा गया था कि क्षेत्र के सांसद गायब हो गए हैं। एक अन्य वायरल पोस्टर में राहुल गाँधी को भगवान परशुराम के वंशज के रूप में दिखाया गया था।
अमेठी में आज पुनः शुरू हुआ पोस्टरबार जिस पर लिखा है कि आतंकवादी को जो जी कहे ऐसा सांसद अमेठी को नही चाहिए देश के PM का अपमान करे और आतंकवादी का सम्मान करे ऐसा सांसद अमेठी को नही मंजूर राहुल गांधी मुर्दाबाद आतंकवादी मुर्दाबाद आपको बताते चले यह पोस्टर अमेठी विधानसभ में लगे है pic.twitter.com/TwwZXyrs2H
— @Neeraj ABP News (@neerajstarnews) March 12, 2019
ताज़ा चस्पा किए गए पोस्टर्स में लिखा है- “राहुल गाँधी मुर्दाबाद। अमेठी को ऐसा सांसद नहीं चाहिए जो पीएम का अपमान करे और आतंकवादी का सम्मान करे।” पोस्टर में लिखा गया है कि आतंकियों को ‘जी’ कह कर सम्बोधित करने वाला सांसद उन्हें नहीं चाहिए। मंगलवार (मार्च 12, 2019) को देर रात लगा यह पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पर भाजयुमो कार्यकर्ता का नाम लिखा है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा ने गठबंधन कर कॉन्ग्रेस को किनारे कर दिया है। मायवती ने तो पार्टी के ख़िलाफ़ सख़्त रुख अपना कर साफ़ कर दिया है कि वह कॉन्ग्रेस से किसी प्रकार का मदद नहीं लेंगी। प्रियंका गाँधी को यूपी में जिम्मेदारी देकर अलग-थलग पड़ी पार्टी किसी बड़े चमत्कार की उम्मीद कर रही है। पिछले आम चुनाव में राज्य में कॉन्ग्रेस का रिकॉर्ड ख़ासा ख़राब रहा था।