कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने हाल में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान हिंदू धर्म का अपमान करने का प्रयास किया। उन्होंने अपने भाषण में शक्ति शब्द पर बात रखी। अब वैसे तो हिंदी भाषा में ‘शक्ति’ शब्द का अर्थ ‘ताकत’ व ‘ऊर्जा’ दोनों से है। लेकिन, राहुल गाँधी ने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि वो हिंदू धर्म वाले ‘शक्ति’ शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं और हर सनातन मानने वाला यह जानता है कि धर्म में माँ दुर्गा को ‘शक्ति’ बताया जाता है। यही वजह है कि राहुल की टिप्पणी के बाद हिंदू उनसे नाराज हैं। वहीं भाजपा नेता उनके विरोध में उतर आए हैं। पीएम मोदी ने भी इस टिप्पणी का जवाब राहुल को दिया है।
राहुल गाँधी ने किया शक्ति का अपमान
राहुल गाँधी ने महाराष्ट्र में शिवाजी पार्क के पास अपनी न्याय यात्रा में पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा “हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं, एक शक्ति से लड़ रहे हैं। अब सवाल उठता है, वो शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहाँ कहा- राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है, सही है। राजा की आत्मा ईवीएम में है। हिंदुस्तान की हर संस्था में है। ईडी में है, सीबीआई में है, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में है।” आगे उन्होंने कहा, “मैं नाम नहीं लूँगा लेकिन इसी राज्य के एक वरिष्ठ नेता कॉन्ग्रेस छोड़ते हैं और मेरी माँ से रोकर कहते हैं कि मुझे शर्म आ रही है कि इस शक्ति से लड़ने की हिम्मत नहीं है, मैं जेल नहीं जाना चाहता। ऐसे हजारों लोग डराए गए हैं। शिवसेना, NCP-SCP के लोग यूँ ही चले गए? वे सब डरकर बीजेपी में गए हैं।”
उन्होंने अपने भाषणा में बार-बार शक्ति को अपमानित करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, “लोगों को लगता है कि कॉन्ग्रेस एक राजनीतिक पार्टी या एक व्यक्ति से चुनाव लड़ रही है। लेकिन हकीकत में हम हम शक्ति से लड़ रहे हैं।“
राहुल गाँधी को लगी लताड़
राहुल गाँधी के ऐसे बयान के बाद पीएम मोदी ने इस बयान को हिंदू विरोधी बताया। उन्होंने कहा- सनातन धर्म में माँ दुर्गा का रूप माना गया है। माँ दुर्गा को शक्ति, आदिशक्ति या परम शक्ति भी कहा गया है। उन्हें वो ऊर्जा माना गया है जिससे संपूर्ण ब्रह्माण्ड चलता है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी अपने ट्वीट में ‘शक्ति’ के नामों से अवगत कराते हुए राहुल के बयान को नारीविरोधी बताया और कहा कि इंडी गठबंधन यही असल चरित्र है।
After DMK’s Udhayanidhi Stalin called for the annihilation of Sanatan Dharma, it is now Rahul Gandhi’s turn to denigrate Shakti.
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 17, 2024
Maa Durga embodies the diverse aspects of Shakti, or power, known by various names like Sati, Parvati, Uma, Durga, Kali, Gauri, Tripura Sundari,… pic.twitter.com/tOQzRMMsqs
इसी तरह सोशल मीडिया के एक्टिव यूजर्स ने भी राहुल गाँधी को लताड़ा। उन्हें बताया कि हिंदू धर्म में शक्ति से नहीं लड़ा जाता है। दुष्टों से लड़ा जाता है। हिंदू धर्म के बारे में मिशनरी से ज्ञान मत लो।
Why does this man talk about Hinduism when he knows nothing. From ridiculously using "pandavs" to criticise GST & demonetisation to now "fighting against Shakti."
— chronicallycritical (@chrotical) March 17, 2024
"Shakti" is the feminine generative power, the consort of bhagwan Shiva, in sanatana.
This man is a disgrace.
एक यूजर पूछती हैं- ये आदमी हिंदू धर्म की बात ही क्यों करता है जब इसे हिंदू धर्म का कुछ पता नहीं। वहीं दूसरा यूजर कहता है कि क्या ये आदमी सच में शक्ति के खिलाफ लड़ रहा है? फिर बोलेगा जीत क्यों नहीं रहे।
Shakti means Durga. Does he realize what he is talking about? Is he fighting against Shakti? Fir bolega kyu jeet nahi rahe.
— THE BULLS HEAD (@_The_Bulls_Eye_) March 17, 2024
बता दें कि साल 2022 में राहुल गाँधी ऐसे ही ‘शक्ति’ पर एक पादरी से ज्ञान लेते दिखे थे। उन्होंने पादरी जॉर्ज पोन्नैया से पूछा था कि क्या जीसस भगवान के रूप हैं। इस पर पादरी ने उन्हें समझाया था कि “वह (जीसस) मानव के तौर पर जन्मे असली भगवान हैं। शक्ति (हिंदू देवी) और अन्य की तरह नहीं।” साल 202