Friday, June 28, 2024
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‘राहुल चोर है, मुँह छिपा के चल दिए, सामने कहाँ आए… हम लोग ‘गोस्सा’ हो गए उनसे’: रोती महिला कार्यकर्ता ने पूछा, काहे चले गए, कैसे जुटेगा भारत?

राहुल गाँधी की न्याय यात्रा कॉन्ग्रेस पार्टी और खुद उनके लिए पनौती बनती जा रही है। यात्रा के दौरान राहुल गाँधी के काफिले की गाड़ी का शीशा तो टूट ही, उनके सहयोगी भी साथ छोड़ रहे हैं। अब कार्यकर्ता भी काफी गुस्से में हैं। कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ही राहुल गाँधी को चोर बोल रहे हैं। यही नहीं, मंच से कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफे भी दे रहे हैं।

राहुल गाँधी की न्याय यात्रा कॉन्ग्रेस पार्टी और खुद उनके लिए पनौती बनती जा रही है। यात्रा के दौरान राहुल गाँधी के काफिले की गाड़ी का शीशा तो टूट ही, उनके सहयोगी भी साथ छोड़ रहे हैं। अब कार्यकर्ता भी काफी गुस्से में हैं। कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ही राहुल गाँधी को चोर बोल रहे हैं। यही नहीं, मंच से कार्यकर्ता सामूहिक इस्तीफे भी दे रहे हैं। जिस न्याय यात्रा पर राहुल गाँधी को इतना भरोसा था कि उन्हें राजनीतिक फायदा मिलेगा, वो न्याय यात्रा उनके लिए पनौती बनती जा रही है।

राहुल गाँधी की न्याय यात्रा बिहार के कटिहार में पहुँची उनसे मिलने की आस लगाकर बैठे कार्यकर्ताओं को मायूसी ही हाथ लगी। ये मायूसी गुस्से में बदल गई। वही कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ता राहुल गाँधी को चोर कह दे रहे हैं। पार्टी के पदाधिकारी तक कॉन्ग्रेस से नाराज हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में उनकी मायूसी और उनका गुस्सा साफ झलकता है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में एक महिला कहती है, “राहुल चोर है। चोर नहीं तो और क्या? मुँह छिपाकर चले गए। सामने कहाँ आए। सामने आते तब न जानते कि सामने आते।”

एक अन्य कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ता ने कहा, “हम सारे कार्यकर्ता रात भर जग करके, रात-दिन एक करके राहुल जी के दीदार के लिए बेचैन थे। एक महिला रो रही थी। उसकी भी आवाज उन तक नहीं पहुँची। तारिक अनवर यहाँ से सांसद का चुनाव लड़ते हैं, शकील साहब हैं। तौकीर जी हैं। तमाम लोगों के रहते हुए भी जब कार्यकर्ता का ही मान-सम्मान नहीं है तो कैसे जुटेगा भारत। पहले कार्यकर्ताओं को सम्मान दें। हम लोग बहुत मायूस हैं। जो पॉकेट से पार्टी को चलाने का काम करते हैं, वैसे लोगों को मैं कहना चाहता हूँ कि जनता और कार्यकर्ता से अगर नेता को दूर कीजिएगा तो उसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा।”

एक अन्य महिला ने कहा, “राहुल गाँधी कहते हैं कि महिला के लिए ये करेंगे… वो करेंगे… क्या करेंगे? हम लोग रात से मेहनत कर रहे थे। झाड़ू मार रहे थे। सोच रहे थे कि सर आएँगे तो मुलाकात करेंगे। यहाँ से काफिला गुजरा तो हमलोगों से बात तक नहीं किया। हम लोग गुस्सा हो गए हैं।”

बता दें कि राहुल गाँधी की न्याय यात्रा असम से गुजरी तो पार्टी के कई नेता एक साथ पार्टी से निकल लिए। यात्रा पश्चिम बंगाल पहुँचती, तभी ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वो पश्चिम बंगाल को पार करके बिहार पहुँचने पहले ही इंडी गठबंधन बनाने वाले नीतीश कुमार ने साथ छोड़ दिया। जिस महागठबंधन की तर्ज पर इंडी गठबंधन को बनाया गया था, वो भी धराशायी हो गया। पंजाब में आम आदमी पार्टी पहले ही ऐलान कर चुकी है कि कॉन्ग्रेस को यहाँ कुछ नहीं मिलेगा और रही-सही कसर अब कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ताओं का गुस्सा पूरा कर दे रहा है।

राहुल गाँधी के काफिले की गाड़ी का शीशा टूटा

खबर है कि बिहार के कटिहार में राहुल गाँधी के काफिले में चल रही एक गाड़ी का शीशा टूट गया, जिससे अफरा-तफरी की नौबत आ गई। पश्चिम बंगाल से होकर बिहार में यात्रा कर रहे राहुल गाँधी बुधवार को फिर से पश्चिम बंगाल चले गए, लेकिन उससे पहले कटिहार में यह घटना हो गई। जिस समय ये घटना हुई, उस समय उनका काफिला डीएस कॉलेज के पास से गुजर रहा था।

कॉन्ग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा, “ग़लत खबर का स्पष्टीकरण ज़रूरी है। राहुल जी से मिलने अपार जनसमूह आया हुआ था। एक महिला उनसे मिलने के लिए जब एकदम से आगे आ गई, तब कार को अचानक रोकना पड़ा। सुरक्षा घेरे में इस्तेमाल किए जाने वाले रस्से से कार की विंडशील्ड टूट गई। राहुल जी न्याय की लड़ाई मुस्तैदी से लड़ रहे हैं और यह देश ना सिर्फ उनके साथ खड़ा है, बल्कि उनको सुरक्षित भी रखे रहेगा। 🙏”

दरअसल, कटिहार में रोड शो के दौरान शहीद चौक पर स्थित महात्मा गाँधी के प्रतिमा पर बिना माल्यार्पण किए ही राहुल गाँधी आगे बढ़ गए। वहाँ राहुल गाँधी बस से उतरकर अपनी काले रंग की एक्सयूवी के ऊपर सवार होकर आगे बढ़े। डीएस कॉलेज चौक के समीप युवा कार्यकर्ता मंच सजाकर राहुल गाँधी का इंतजार कर रहे थे।

मंच से युवा कार्यकर्ता इजहार अली, निक्कू सिंह सहित सैकड़ों महिला और पुरुष कार्यकर्ता राहुल गाँधी को माइक से आवाज लगाकर बुलाते रह गए। हालाँकि, राहुल गाँधी वहाँ नहीं रूके और ना ही मंच पर आए। इस बात से कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ता काफी नाराज हो गए। राहुल गाँधी के लिए जिस मंच को सजाया गया था, उसी मंच से दर्जनों कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।

वैसे, राहुल गाँधी कितनी मुस्तैदी से न्याय यात्रा पूरी कर रहे हैं, वो दिख भी रहा है। असम में पूर्व महिला विधायक के ब्लॉउज पर कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ता मजे ले रहे हैं तो उत्पीड़न के दोषी लोग यूथ कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष पद पर निडर होकर जमे बैठे हैं। भले ही इसके लिए कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ताओं-नेताओं को पार्टी छोड़नी पड़ रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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