Wednesday, November 6, 2024
Homeराजनीतिइन्हें भला इलाज की क्या जरूरत, गोली मार देनी चाहिए: जमात की करतूतों पर...

इन्हें भला इलाज की क्या जरूरत, गोली मार देनी चाहिए: जमात की करतूतों पर राज ठाकरे

"दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में यह तबलीगी जमात वाली मीटिंग लॉकडाउन के वक्त हुई। जमात के इस जमावड़े से कोरोना से जंग को नुकसान पहुँचा। ऐसे लोगों को तो गोली मारकर खत्म कर देना चाहिए। उन्हें भला इलाज की क्या जरूरत? "

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने तबलीगी जमात के लोगों की उद्दंडता पर सख्त कार्यवाही की माँग की है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते क्वारन्टाइन किए गए लोगों द्वारा नर्सों और दूसरे मेडिकल स्टॉफ के साथ जारी अभद्र व्यवहार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को गोली मार देनी चाहिए।

राज ठाकरे ने ऐसे लोगों को दिए जा रहे उपचार पर सवाल करते हुए कहा, “इस तरह के लोगों का इलाज करने की जरूरत ही क्या है? इन्हें बुरी तरह पीटते हुए विडियो बना कर उसे वायरल कर देना चाहिए। जिससे लोगों में सरकार के प्रति कुछ भरोसा पैदा हो।”

प्रधानमंत्री मोदी के 5 अप्रैल को 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर, दीया/मोमबत्ती/मोबाइल फोन टॉर्च जला, कोरोना के खिलाफ देश की संयुक्त पहल दर्शाने की अपील पर राज ठाकरे ने कहा कि बेहतर होता कि प्रधानमंत्री कोरोना के संदर्भ में देश की वर्तमान स्थिति और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश कहाँ खड़ा है, इस पर कोई बात कहते।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा, “दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में यह तबलीगी जमात वाली मीटिंग लॉकडाउन के वक्त हुई। जमात के इस जमावड़े से कोरोना से जंग को नुकसान पहुँचा। ऐसे लोगों को तो गोली मारकर खत्म कर देना चाहिए। उन्हें भला इलाज की क्या जरूरत? एक अलग कानून बनाकर उन लोगों का इलाज रोक देना चाहिए। यदि वे सोचते हैं कि उनका धर्म देश से बड़ा है और वे कुछ साजिश कर रहे हैं… वे लोगों पर थूक रहे हैं… वे नर्सों से अभद्रता कर रहे हैं… तो उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है।”

राज ठाकरे ने मीडिया से बात करते आगे कहा कि यह समय एक दूसरे पर दोषारोपण का नहीं है। न ही ये समय धर्म की बात करने का है। लेकिन मुस्लिम समुदाय के भीतर मौजूद कुछ सेक्शन जिस तरह की बात कर रहे हैं, वो पिटाई माँगते हैं। ठाकरे ने कहा, “उन्हें याद रखना चाहिए कि लॉकडाउन केवल कुछ दिनों के लिए है और उसके बाद हम उनके पीछे होंगे।” ठाकरे ने उन मौलवियों के भी लापता हो जाने की बात कही जो चुनाव के समय तो अपने लोगों को प्रभावित करने की कोशिश करते खूब दिखते हैं, किन्तु आज अपने लोगों को अनुशासन का पाठ पढ़ाने की जगह गायब हो रखे हैं।

लॉकडाउन बढ़ने की आशंका भी राज ठाकरे ने जताई। उन्होंने कहा कि यदि लोगों ने अनुशासित व्यवहार नहीं किया तो लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है जो आर्थिक संकट को बढ़ाने वाला होगा। साथ ही ठाकरे ने डॉक्टरों, पुलिस और पानी, बिजली, अनाज आदि की व्यवस्था में लगे दूसरे सरकारी विभागों की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि ये सभी अपने जीवन को संकट में डालकर लोगों की सेवा कर रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस ईमान खलीफ का मुक्का खाकर रोने लगी थी महिला बॉक्सर, वह मेडिकल जाँच में निकली ‘मर्द’: मानने को तैयार नहीं थी ओलंपिक कमेटी,...

पेरिस ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी में ईमान ने गोल्ड जीता था। लोगों ने तब भी उनके जेंडर पर सवाल उठाया था और अब तो मेडिकल रिपोर्ट ही लीक होने की बात सामने आ रही है।

दिल्ली के सिंहासन पर बैठे अंतिम हिंदू सम्राट, जिन्होंने गोहत्या पर लगा दिया था प्रतिबंध: सरकारी कागजों में जहाँ उनका समाधि-स्थल, वहाँ दरगाह का...

एक सामान्य परिवार में जन्मे हेमू उर्फ हेमचंद्र ने हुमायूँ को हराकर दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा कर लिया। हालाँकि, वह 29 दिन ही शासन कर सके।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -