लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल उत्पादन फैसिलिटी के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की राजनीतिक, सामाजिक और रणनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया है।
उन्होंने बताया कि बुधवार (7 मई, 2025) की सुबह, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ढाँचों को निशाना बनाया। यह ऑपरेशन पाकिस्तानी हमलों के जवाब में की गई एक निर्णायक और व्यापक सैन्य प्रतिक्रिया थी, जो भविष्य में होने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए स्पष्ट दिशा तय करता है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “पूरा देश भारतीय सेना को इस ऑपरेशन की सफलता के लिए बधाई दे रहा है। यह केवल सैन्य ताकत नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्रीय संकल्प का भी प्रतीक है।” उन्होंने कहा कि भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए अब सीमा पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी।
'आपरेशन सिंदूर' सिर्फ़ एक सैन्य कार्रवाई भर नहीं है, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 11, 2025
हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया भारत है जो आतंकवाद के ख़िलाफ़ सरहद के इस पार और उस पार दोनों तरफ़ प्रभावी कारवाई करता है। pic.twitter.com/Lmoj3MrYey
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की करतूतों की भी आलोचना की और बताया कि भारत जहाँ सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहा था, वहीं पाकिस्तान ने जानबूझकर भारतीय नागरिक क्षेत्रों और धार्मिक स्थलों मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों पर हमले करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “हमने कभी पाकिस्तान के नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन उन्होंने बार-बार हमारी धार्मिक और नागरिक पहचान पर हमला किया।”
सबसे महत्वपूर्ण रूप से, उन्होंने रावलपिंडी का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय सेना की कार्रवाई केवल सीमावर्ती इलाकों तक सीमित नहीं रही। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “हमने न केवल सीमा के पास कार्रवाई की, बल्कि रावलपिंडी में भी भारतीय सेना की धमक महसूस की गई।” यह पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठान के ‘हृदयस्थल’ पर भारत की रणनीतिक पहुँच को दर्शाता है।
राजनाथ सिंह ने भारत की बदलती सुरक्षा नीति के बारे में बात करते हुए कहा की उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक, और अब पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर यह दर्शाता है कि भारत अब आतंकवाद के हर वार का माक़ूल जवाब देता है।
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की बात करते हुए कहा, “आतंकवाद के खिलाफ ज़ीरो टालरन्स की नीति का पालन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह नया भारत है, जो सीमा के दोनों ओर कार्रवाई करने से नहीं हिचकता।”