साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर से अपने निर्भीक अंदाज़ से देश की जनता को परिचित कराया। उन्होंने कहा कि वह राम मंदिर के निर्माण में मदद करेंगी और हमें ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता। साध्वी ने कहा, “राम राष्ट्र हैं, राष्ट्र राम हैं।”
Pragya Singh Thakur, BJP’s Bhopal candidate: Yes, I had gone there (Ayodhya), I had said it y’day too, not denying it. I had demolished the structure. I will go there & help in the construction of Ram temple, nobody can stop us from doing that, Ram rashtra hain, rashtra Ram hain. pic.twitter.com/d1g5kBA8Az
— ANI (@ANI) April 21, 2019
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के अनुसार उन्होंने अयोध्या में ढाँचे को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्वीकार किया कि अब वह विवादित जगह पर राम मंदिर बनाने में मदद करेंगी। इंडिया टुडे को दिए एक विशेष साक्षात्कार में साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “हम बाबरी ढाँचे के विध्वंस पर क्यों पछताएँगे? वास्तव में हमें इस पर गर्व है। राम मंदिर पर कुछ बेकार का कचरा था जिसे हमने साफ़ कर दिया। इससे हमारे देश का स्वाभिमान जागृत हुआ है और हम एक भव्य राम मंदिर का निर्माण करेंगे।”
भोपाल में चुनाव प्रचार के दौरान, उन्होंने दावा किया था कि वह विवादित ढाँचे के ऊपर चढ़ गई थी और उसे ध्वस्त करने में मदद की। उन्होंने कहा, “मैंने ढाँचे पर चढ़कर तोड़ा था। मुझे गर्व है कि ईश्वर ने मुझे अवसर दिया और शक्ति दी और मैंने यह काम कर दिया। अब वहीं राम मंदिर बनाएँगे।”
साध्वी प्रज्ञा द्वारा भाजपा से उनकी उम्मीदवारी की घोषणा किए जाने के बाद यह उनका दूसरा विवादास्पद बयान है। इस बीच, 1992 के बाबरी ढाँचे विध्वंस पर उनकी टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस दिया था। इससे पहले दिन में उन्हें मुंबई एटीएस के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे पर उनकी टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग द्वारा एक और नोटिस मिला था।
Thakur had earlier faced flak for claiming that former chief of Mumbai’s Anti-Terrorist Squad Hemant Karkare, who had died in action during the 26/11 terror attacks, lost his life because she had ‘cursed him’. https://t.co/cwqMruRR5T
— News18 Elections (@News18Politics) April 21, 2019
2008 के मालेगाँव ब्लास्ट मामले में शामिल होने के आरोपों के लिए उन्हें अकल्पनीय यातनाओं से गुजरना पड़ा, इस बारे में अपना पक्ष साझा करते हुए, उन्होंने कहा कि हेमंत करकरे आतंकवादियों के हाथों मारे गए क्योंकि उन्होंने एक साध्वी को प्रताड़ित किया था। स्वर्गीय हेमंत करकरे के बारे में उनकी टिप्पणी के लिए इंदौर में एक कॉन्ग्रेस नेता देवेंद्र सिंह द्वारा साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई थी। साध्वी ने बाद में अपना बयान वापस ले लिया था और हेमंत करकरे के बारे में अपनी टिप्पणी के लिए माफ़ी माँगते हुए कहा था कि वो अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा कर रही थीं।
साध्वी प्रज्ञा को अप्रैल 2017 में मालेगाँव ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) द्वारा उनके ख़िलाफ़ कोई भी निर्णायक सबूत देने में विफल रहने के बाद अप्रैल 2017 में जमानत दी गई थी। वह काँग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं।