राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के प्रमुख जयंत चौधरी ने शुक्रवार (9 फरवरी 2024) को आगामी कुछ महीनों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ गठबंधन की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रस्ताव को वे अस्वीकार नहीं कर सकते। बता दें कि केंद्र की भाजपा सरकार ने जयंत चौधरी के दादा एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह सहित तीन लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा शुक्रवार को ही की।
जयंत चौधरी ने कहा, “अब मैं इस प्रस्ताव को कैसे अस्वीकार कर सकता हूँ? मोदी जी के विजन ने वह कर दिखाया, जो अब तक कोई अन्य पार्टी नहीं कर सकी।” भाजपा के साथ रालोद के गठबंधन को लेकर पत्रकारों द्वारा किए गए सवाल पर चौधरी ने कहा, “कोई कसर रहती है? आज मैं किस मुँह से इनकार करूँ आपके सवालों को।”
#WATCH | When asked if he is ready to join hands with BJP-NDA, RLD chief Jayant Chaudhary says, "Koi kasar rehti hai? Aaj main kis muh se inkaar karoon aapke sawalon ko." pic.twitter.com/6dTo21wzk6
— ANI (@ANI) February 9, 2024
सीटों की सहमति पर लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, “जब मुझे बधाई दी जा रही है तो सीटों या वोटों के बारे में बात करने से आज के दिन का महत्व कम हो जाएगा। पीएम मोदी ने एक निर्णय लिया है, जो ये साबित करता है कि वे देश की मूल भावनाओं और चरित्र को समझते हैं।”
मीडिया रिपोर्ट में सीट बँटवारे को लेकर जो बातें सामने आई हैं, उनके अनुसार आरएलडी उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और राज्यसभा में एक सीट दी जाएगी। यूपी के जिन दो लोकसभा सीटों को आरएलडी को देने की बात सामने आ रही है, वो बागपत और बिजनौर है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा उत्तर प्रदेश में 16 सीटें हारी थीं। उन 16 सीटों में सात सीटें पश्चिम उत्तर प्रदेश की थीं। भाजपा मुरादाबाद मंडल की सभी छह सीटें हार गई थीं। दरअसल, पश्चिमी यूपी के कुछ सीटों पर जाटों की ठीक-ठाक संख्या है और इससे भाजपा को फायदा होगा।
उधर, कॉन्ग्रेस की नेतृत्व वाली I.N.D.I गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच उत्तर प्रदेश में सीट बँटवारे को लेकर मतभेद की भी खबरें आईं। कॉन्ग्रेस और सपा के बीच सीट बँटवारे पर बातचीत नहीं हो पाई है। वहीं, सपा ने प्रदेश में 16 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। हालाँकि, जनवरी में अखिलेश यादव ने कहा था कि राष्ट्रीय लोग दल को सात सीटें आवंटित की जाएँगी।
अखिलेश ने भले RLD को 7 सीटें देने की बात कही, लेकिन सीटें कौन-कौन सी होंगी, ये स्पष्ट नहीं थी। इस सप्ताह की शुरुआत में जब RLD के NDA में शामिल होने की चर्चा होने लगी तो अखिलेश ने कहा था, “जयंत चौधरी शिक्षित व्यक्ति हैं और वे राजनीति को अच्छी तरह से समझते हैं। मुझे उम्मीद है कि वे यूपी की समृद्धि एवं किसानों की लड़ाई कमजोर नहीं होने देंगे।”