गुजरात (Gujarat Assembly Election 2022) की जामनगर उत्तर सीट का चर्चा में है। बीजेपी ने यहाँ से क्रिकेटर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की पत्नी रिवाबा को उम्मीदवार बनाया है। जाडेजा की बहन यहाँ कॉन्ग्रेस की प्रमुख नेत्री हैं। ननद-भौजाई की इस टक्कर के बीच रवींद्र जडेजा के राजनीति में एंट्री लेने को लेकर भी अटकलें लग रही है।
सोमवार (14 नवंबर 2022) को रिवाबा ने नामांकन भरा। इस दौरान रवींद्र जडेजा भी उनके साथ थे। नामांकन से पहले मीडिया से हुई बातचीत में जडेजा ने अपनी राजनीतिक पारी को लेकर भी बात की। नामांकन दाखिल करने से पहले जडेजा दंपती बीजेपी के एक स्थानीय कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुँचे। इस कार्यक्रम में रवींद्र जडेजा भगवा कुर्ते में मंच पर बैठे हुए दिखाई दिए।
भाजपा ने मौजूदा विधायक धर्मेंद्र जडेजा का टिकट काटते हुए रिवाबा को उम्मीदवारी दी दी है। पत्नी के समर्थन में सक्रिय दिख रहे जडेजा ने कहा है कि पॉलिटकल पिच पर वे फिलहाल डिफेंसिव ही रहेंगे। उनकी पत्नी को राजनीति के मैदान पर खेलना है, इसलिए वह अटैकिंग रहेंगी।
Gujarat | Cricketer Ravindra Jadeja and his wife and BJP leader Rivaba Jadeja attend an event in Jamnagar that has been organised ahead of the filing of nomination for the upcoming #GujaratElections
— ANI (@ANI) November 14, 2022
Rivaba Jadeja will contest from Jamnagar North and file her nomination today. pic.twitter.com/1Ix5tEamf3
रवींद्र जडेजा ने रविवार (13 नवंबर 2022) को एक वीडियो ट्वीट कर रिवाबा के लिए वोट माँगे थे। अगले दिन वह भगवा कुर्ते में नजर आए। इसलिए, राजनीतिक हल्के से लेकर सोशल मीडिया तक इस बात की चर्चा थी कि पत्नी रिवाबा की तरह वह भी राजनीति में उतर सकते हैं। ऐसे में, मीडिया से हुई बातचीत में जब जडेजा से उनकी राजनीतिक पारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझमें अभी भी 4-5 साल की क्रिकेट बाकी है, इसके बाद मैं भी पॉलिटिक्स में एंट्री करूँगा।
જામનગર ના મારા તમામ મિત્રો ને મારુ દીલ થી આમંત્રણ છે. જય માતાજી🙏🏻 pic.twitter.com/olZxvYVr3t
— Ravindrasinh jadeja (@imjadeja) November 13, 2022
रवींद्र जडेजा की बहन नैना जडेजा जामनगर में महिला कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष हैं और क्षेत्र में उनकी अच्छी साख रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा ने उनका तोड़ निकालते हुए रिवाबा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, रिवाबा ने हाल ही में दावा किया था कि उन्हें मेहनत की बदौलत टिकट मिली है। उन्होंने कहा था कि मैं और मेरे पति 2015 में पीएम मोदी से मिले थे, उसके बाद 2019 में मैंने बीजेपी ज्वाइन की। 200 गाँवों में बतौर कार्यकर्ता घूमी। मुझे मेहनत से टिकट मिली है।