प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (09 फरवरी, 2023) को राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान नेहरू-गाँधी परिवार से नेहरू सरनेम नहीं लगाने को लेकर सवाल पूछा था। जिसका जवाब कॉन्ग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने दिया है। शुक्रवार (10 फरवरी, 2023) को रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी को भारत की संस्कृति की जानकारी नहीं है। उन्होंने पूछा कि भारतीय संस्कृति में नाना का सरनेम कौन लगाता है? हालाँकि इस दौरान सुरजेवाला शायद भूल गए कि रॉबर्ट और प्रियंका वाड्रा के बेटे रेहान का पूरा नाम रेहान राजीव वाड्रा है।
शुक्रवार (10 फरवरी) को रणदीप सुरजेवाला ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था। इसी दौरान पत्रकारों ने उनसे प्रधानमंत्री द्वारा राज्य सभा में पूछे गए सवाल पर जवाब माँगा। रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को भारत की संस्कृति की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की संस्कृति को न जानने वाला एक नासमझ व्यक्ति ही इतने जिम्मेदार पद पर बैठकर ऐसी बात कह सकता है, जो प्रधानमंत्री ने कही है।
सुरजेवाला ने आगे कहा कि इस देश के किसी भी व्यक्ति से पूछिए अपने नाना का सरनेम इस देश में कौन लगाता है? अब अगर उन्हें देश की संस्कृति की जानकारी नहीं है तो इस देश को भगवान ही बचा सकता है। कॉन्ग्रेस के यूट्यूब चैनल पर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उपलब्ध है। लगभग 27 मिनट के वीडियो में 26 वें मिनट के बाद सुरजेवाला को सुना जा सकता है।
सुरजेवाला इस दौरान रॉबर्ट और प्रियंका गाँधी के बेटे के बारे में भूल गए। क्योंकि, अगस्त 2017 की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार प्रियंका गाँधी और रॉबर्ट वाड्रा के बेटे रेहान वाड्रा के नाम में उनके नाना राजीव गाँधी का नाम जोड़ा गया था। अब रेहान का पूरा नाम रेहान राजीव वाड्रा है। जिसके बाद से कई मौकों पर मेन स्ट्रीम मीडिया उनका नाम रेहान राजीव वाड्रा लिख रही है। अगस्त 2017 में जब रेहान के नाम के साथ उनके नाना का नाम जोड़ा गया था तब कयास लगाए जा रहे थे कि आने वाले समय में गाँधी परिवार की राजनीतिक विरासत रेहान संभाल सकते हैं।
आप किसकी तरफ़ हो ? pic.twitter.com/dgosOh2Crk
— Dinesh Kumar Talan (@dineshkumartal) February 11, 2023
क्या कहा था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना पक्ष रखते हुए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि 600 सरकारी योजनाएँ गाँधी-नेहरू परिवार के नाम पर थीं फिर भी नेहरू जी का नाम क्यों नहीं लिया जाता? उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी कार्यक्रम में नेहरू जी का जिक्र नहीं किया जाता है तो कुछ लोगों का खून गर्म हो जाता है लेकिन मुझे समझ नहीं आता है कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं लगाता?
उन्होंने पूछा था कि किस बात का डर है? इन्हें नेहरू सरनेम रखने में इतनी शर्मिंदगी क्यों है? इतने बड़े महान व्यक्तित्व आपके परिवार को मंजूर नहीं है और आप हमारा हिसाब माँगते हो?