अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान पर कॉन्ग्रेस नेता व वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाना बनाया है। ट्रंप ने जहाँ अपने एक बयान में इस बात को कहा कि भारत, चीन और रूस में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है। वहीं, कपिल सिब्बल ने इस बयान के आधार पर इसे प्रधानमंत्री मोदी से जोड़ दिया। कॉन्ग्रेस नेता ने इस बयान को हाउडी मोदी का रिजल्ट बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कॉन्ग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने तंज कसा। कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, ”ट्रंप की दोस्ती के फल, भारत में कोरोना से होने वाली मौतों पर सवाल, भारत हवा में गंदगी भेजता है- कहना, भारत को टैरिफ किंग कहना… अब हाउडी मोदी का रिजल्ट सामने आने लगा है।”
Trump : Fruits of Friendship
— Kapil Sibal (@KapilSibal) October 23, 2020
1) Questions India’s COVID death toll
2) Says India sends dirt up into the air
India “ air is filthy “
3) Called India “ tariff king “
The result of “Howdy Modi “ !
बता दें कि कपिल सिब्बल के अलावा कुछ अन्य कॉन्ग्रेस नेताओं व समर्थकों ने भी ट्रंप के “भारत की गंदी हवा” वाले बयान का वीडियो शेयर करते हुए केंद्र पर निशाना साधा है। कॉन्ग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई ने ट्रंप का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ”डोनाल्ड ट्रंप द्वारा की गई ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ। इस पर हमारे पीएम का क्या कहना है ?”
Extremely unfortunate comment made by @POTUS. I strongly condemn it. What has our PM got to say on this???#HowdyModi pic.twitter.com/Sq77Q2OZJS
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) October 23, 2020
इसी प्रकार गौरव पांधी, राणा अय्यूब, ध्रुव राठी, साकेत गोखले जैसे वामपंथियों ने भी इस बयान पर अपना आलोचनात्मक ट्वीट किया है।
गौरतलब है कि अमेरिका में आगामी चुनावों के मद्देनजर अंतिम प्रेसिडेंशल डिबेट में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खराब हवा को लेकर जैसे ही भारत पर टिप्पणी की, उसके बाद से ही ट्विटर पर ‘Filthy’ ट्रेंड होने लगा। इस बयान को विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधने के लिए इस्तेमाल किया।
इस हैशटैग पर कई लोगों के रिएक्शन आ रहे हैं। कुछ लोग ट्रंप की आलोचना को सही मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग जलवायु गुणवत्ता की सच्चाई को जानते हुए भी सवाल उठा रहे हैं।
यहाँ बता दें कि आज डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावों में अपने प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन के साथ एक बहस के दौरान जलवायु मुद्दे व पेरिस समझौते पर बात करते हुए कहा, “चीन को देखो, वहाँ कितनी गंदी हवा है। रूस को देखो। भारत को देखो। यहाँ हवा गंदी है। मैं पेरिस समझौते से बाहर इसलिए चला गया क्योंकि हमें खरबों डॉलर निकालने थे। हमारे साथ बहुत गलत व्यवहार किया गया था।” उन्होंने इस बहस में यह भी कहा, “पेरिस समझौते की वजह से मैं लाखों नौकरियों और हजारों कंपनियों का बलिदान नहीं करूँगा, बहुत अनुचित है।”