उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति तेज हो गई है। लेकिन इसी के साथ प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी भी सामने आ गई है। रविवार (5 दिसंबर 2021) को चंदौली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दौरे से पहले सपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ नोकझोंक और मारपीट की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चंदौली के रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम की जन्मस्थान में 30 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास करने के लिए आने वाले थे। लेकिन, सीएम के आने से पहले ही सपा के पूर्व सांसद रामकिशन यादव और सकलडीहा से सपा के विधायक प्रभु नारायण सिंह के साथ सैकड़ों की संख्या में सपा कार्यकर्ताओं ने पहले सड़क मार्ग को रोका और बाद में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के इरादे से निकल पड़े।
इस बीच जब सपाइयों की भीड़ अखिलेश जिंदाबाद के नारे लगाते हुए लक्ष्मड़गढ़ पहुँची तो वहाँ पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इससे गुस्साए सपाइयों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विधायक प्रभु नारायण सिंह और सकलडीहा के सीओ अनिरुद्ध सिंह के बीच जमकर तू-तू-मैं-मैं हुई।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सपा के कार्यकर्ता पुलिसवालों को धक्का मारकर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है। वहीं पुलिस उन्हें पीछे धकेल रही है। इसी बीच सपा विधायक प्रभु नारायण सिंह ने सीओ अनिरुद्ध सिंह का गला पकड़ लिया और उन्हें झकझोरने लगे। हालात बिगड़ता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया। इसके बाद तो सपा के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। विधायक ने जिलाधिकारी से बात कर सीओ का ट्रांसफर भी करवाने की कोशिश की।
सपा कार्यकर्ताओं की गुंडई पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीधे अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि अखिलेश यादाव यूपी की जनता से यह कहते नहीं थक रहे हैं कि ‘आ रहा हूँ’। क्या आप यूपी में गुंडाराज और माफियाराज ले के आना चाहते हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा, “पिटाई के पर्यायवाची सपाई।”
अखिलेश यादव यूपी की जनता से कहते नहीं थक रहे : आ रहा हूँ @yadavakhilesh जी…क्या यूपी में यही गुंडाराज, माफियाराज लाने के आप आना चाहते हैं?
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) December 5, 2021
स्थान :चंदौली
घटना : डिप्टी एसपी को पीटते सपाई
पिटाई के पर्यायवाची हैं सपाई pic.twitter.com/QGFHiStaVL
एबीपी गंगा की रिपोर्ट के मुताबिक, सपा के कार्यकर्ता पहले से पुलिस को उकसाने की योजना बनाकर आए थे। वीडियो में भी देखा जा सकता है कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता ही जबरन धक्का-मुक्की कर रहे हैं।
तस्वीरों से आसानी से समझा जा सकता है कि सपाइयों ने ही पुलिस को उकसाया था।