एक तरफ जहाँ महाराष्ट्र कोविड-19 की दूसरी लहर, जबरन घोटाला और ट्रांसफर रैकेट से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ शिवसेना नेता संजय राउत आज (मार्च 24, 2021) रात अपने दिल्ली आवास पर डिनर पार्टी की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं। लोकमत की एक रिपोर्ट के अनुसार, गेस्ट लिस्ट में महाराष्ट्र के कई भाजपा सांसद हैं।
बताया जा रहा है कि ‘वसूली’ की खबर सामने आने से पहले ही शिवसेना के सांसद संजय राउत ने इस पार्टी की योजना बनाई थी। यह निमंत्रण महाराष्ट्र के सभी सांसदों को दिया गया था, जिसमें भाजपा भी शामिल थी। भाजपा के आमंत्रित सांसद रात्रिभोज में हिस्सा लेंगे या नहीं यह देखना होगा।
मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा लिखे गए पत्र में अनिल देशमुख का नाम लेने के बाद भाजपा नेता भ्रष्टाचार में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। महाराष्ट्र के विपक्षी नेता, देवेंद्र फडणवीस, अनिल देशमुख को महाराष्ट्र के गृह मंत्री के रूप में निलंबित करने और जबरन वसूली में उनकी कथित संलिप्तता पर उनके खिलाफ जाँच शुरू करने के लिए महा विकास अघाड़ी सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं।
इस बीच, संजय राउत ने सभी दावों को खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि ट्रांसफर रैकेट मामले के बारे में कुछ भी गंभीर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह भाजपा की मजबूत महागठबंधन सरकार को अलग करने का प्रयास है। संजय राउत ने एक प्रेस बातचीत में दावा किया, “सरकार इससे खतरे में नहीं आएगी।”
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के पत्र के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की माँग पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने चेताया था।
संजय राउत ने कहा था कि केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर महाराष्ट्र राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश की जा रही है। जो लोग ऐसा काम कर रहे हैं, उनके लिए ये ठीक नहीं होगा। संजय राउत ने आगे कहा कि अगर ऐसा सोचा तो मैं उन्हें चेतावनी देता हूँ कि ये आग उन्हें भी जला देगी।