सचिन पायलट की पत्नी सारा पायलट ने अपने भाई उमर अब्दुल्ला की रिहाई के लिए दिन-रात एक कर दिया है। सारा पायलट जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन हैं। फ़िलहाल उमर अब्दुल्ला ‘पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA)’ के तहत नजरबंदी झेल रहे हैं। उनकी रिहाई के लिए सारा सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई हैं। इस मामले में उनके वकील पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल हैं, जिन्होंने इस याचिका को अर्जेन्ट सुनवाई के लिए लिस्ट कराने में सफलता पाई थी।
सारा पायलट की दलील है कि एक ऐसे व्यक्ति के ख़िलाफ़ हिरासत में रखने के कोई सबूत हो ही नहीं सकते, जिसे पिछले 6 महीनों से नज़रबंद रखा गया हो। उन्होंने अपने भाई को हिरासत में लिए जाने के फैसले को अवैध करार देते हुए कहा है कि उनके ख़िलाफ़ कोई साक्ष्य नहीं हैं। इस मामले में सुनवाई से जस्टिस शान्तनागौडर ने ख़ुद को अलग कर लिया। हालाँकि, इसके लिए उन्होंने कोई कारण नहीं बताया। सारा पायलट ने अपनी याचिका में उमर को हिरासत में लिए जाने को अलोकतांत्रिक भी कहा है।
बता दें कि सारा पायलट राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट की पत्नी हैं। उन दोनों की शादी जनवरी 2004 में हुई थी। गौर करने लायक बात ये है कि सारा की शादी में उनके भाई व अब्बा शामिल नहीं हुए थे, क्योंकि वे एक हिन्दू से उनके रिश्ते को लेकर नाराज़ थे। फ़ारूक़ और उमर, दोनों ने ही उनके विवाह कार्यक्रम से दूरी बना ली थी। सारा पायलट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा भी था कि वो अपने परिवार के इस फैसले से काफ़ी बिखर गई थीं और सचिन पायलट उन्हें ख़ुश रखने की कोशिश कर रहे थे।
Senior Counsel Kapil Sibal representing Sara Abdullah Pilot returns to the Courtroom, tells the Court he would be unavailable on Thursday and urges the Court to take up the matter on Friday, February 14.
— Bar & Bench (@barandbench) February 12, 2020
The Habeas Corpus plea is likely to be heard on Friday.@KapilSibal
सचिन से जब एक बार पूछा गया था कि आख़िर अब्दुल्ला बाद में मान कैसे गए, तो उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें और सारा को एक साथ ख़ुश देख कर सभी को इस रिश्ते को स्वीकार करना पड़ा। हालाँकि, ये जानने लायक बात है कि खुद उमर अब्दुल्ला ने भी मेजर जनरल (रिटायर्ड) रामनाथ की बेटी पायल नाथ के साथ शादी की थी। सितम्बर 2011 में उमर ने कन्फर्म किया कि वो दोनों अब अलग हो चुके हैं।
सारा और सचिन उच्च-शिक्षा के लिए ‘वारटन स्कूल ऑफ़ द यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया’ में गए थे, जहाँ उनकी मुलाकात हुई और बाद में दोस्ती प्यार में बदल गई। सारा चूँकि कश्मीरी मुस्लिम थीं और सचिन पायलट एक हिन्दू गुर्जर परिवार से आते थे, अब्दुल्ला खानदान को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। सचिन और सारा के दो बेटे हैं और वो हँसी-खुशी रह रहे हैं। यही कारण है कि सालों बाद अब्दुल्लाओं को ये रिश्ता मंजूर करना पड़ा। आज सारा अपने भाई के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई हैं।