Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीति'27 तारीख को तेरी खाल उधेड़ दूँगा': बिहार के CM नीतीश को ओमप्रकाश राजभर...

’27 तारीख को तेरी खाल उधेड़ दूँगा’: बिहार के CM नीतीश को ओमप्रकाश राजभर ने मंच से दी खुली धमकी, जातीय गणना पर माँगा जवाब

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सभी पार्टियाँ 'सावधान रथयात्रा' से डर गई हैं। इन पार्टियों को डर है कि कहीं ओमप्रकाश राजभर जनता को जगा ना दे। इससे एक दिन पहले उन्होंने कहा था कि उनके पास वोट की ताकत है, जो उन्हें मजबूत बना रही है इसी की बदौलत वह वर्ष 2024 में दिल्ली तक पीला झंडा लहराएँगे। 

राज्य में जातीय गणना नहीं कराने पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की खाल उधेड़ने की धमकी दी है।

पार्टी की ‘सावधान रथ यात्रा’ के दौरान बिहार से सटे यूपी के बलिया में बोलते हुए राजभर ने कहा कि नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि बिहार में जातीय गणना में इतनी देरी क्यों हो रही है। उन्होंने कहा, “अगर इन सवालों का नीतीश ने जवाब देने में देरी की तो मैं खाल उधेड़ दूँगा।”

राजभर यहीं नहीं रूके। उन्होंने भाजपा को भी निशाने पर ले लिया। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि इतिहास गवाह रहा है कि भाजपा (BJP) बिना गठबंधन के अकेले दम पर आज तक सरकार नहीं बना पाई है। राजभर शुक्रवार (21 अक्टूबर 2022) को बलिया में आयोजित ‘सावधान रथ यात्रा’ को संबोधित कर रहे थे। 

उन्‍होंने कहा कि बिहार में आरजेडी उनकी सहयोगी पार्टी है और दोनों जातीय गणना के पक्ष में रहे हैं। इसके बावजूद जातीय गणना कराने पर नीतीश विलंब कर रहे हैं। इसका उन्हें हिसाब देना होगा। राजभर ने कहा कि 27 अक्टूबर 2022 को ‘सावधान रथ यात्रा’ का बिहार में समापन हो रहा है। इसी दौरान पटना के गाँधी मैदान में नीतीश से हिसाब माँगा जाएगा।

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सभी पार्टियाँ ‘सावधान रथयात्रा’ से डर गई हैं। इन पार्टियों को डर है कि कहीं ओमप्रकाश राजभर जनता को जगा ना दे। इससे एक दिन पहले सादात में राजभर ने कहा था कि उनके पास वोट की ताकत है, जो उन्हें मजबूत बना रही है इसी की बदौलत वह वर्ष 2024 में दिल्ली तक पीला झंडा लहराएँगे। 

राजभर की पार्टी की रथ यात्रा 26 सितंबर को यूपी की राजधानी लखनऊ से शुरू हुई थी। यह रथयात्रा राज्य के 19 जिलों से होकर गुजर रही है, जिनमें लखनऊ, वाराणसी, आजमगढ़, चंदौली, मऊ, गाजीपुर, बलिया आदि अधिकतर पूर्वांचल के जिले शामिल हैं।

   

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -