Friday, November 22, 2024
Homeदेश-समाजराजस्थान: कर्ज़ माफ़ी के नाम पर घोटाला शुरू, शक़ के घेरे में कॉन्ग्रेसी सरकार!

राजस्थान: कर्ज़ माफ़ी के नाम पर घोटाला शुरू, शक़ के घेरे में कॉन्ग्रेसी सरकार!

अशोक गहलोत सरकार ने जैसे ही कर्ज़ माफ़ी का आदेश दिया, बैंक ने उन लोगों के नाम पर लोन जारी किया, जिन्होंने कभी भी लोन नहीं लिया था।

चुनावी वादों के अनुसार विभिन्न राज्यों में किसानों की कर्ज़ माफ़ी में विफलता के बाद, कॉन्ग्रेस पार्टी एक और विवाद में फंसती नज़र आ रही है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट को मानें तो राजस्थान के किसानों ने आरोप लगाया है कि कर्ज़ माफ़ी योजना अब घोटाले में तब्दील हो गई है।

जिन किसानों को इस योजना के तहत लाभ मिलने वाला था, उनके नामों की सूची http://www.lwa.rajasthan.gov.in/ पर डाली गई। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान सरकार की इस सूची में गैर-लाभार्थियों के नाम भी हैं। स्थानीय किसानों ने राज्य सरकार के इस रवैये को ‘घोटाले’ का नाम दिया है।

इसी मामले पर इकॉनमिक टाइम्स ने भी एक रिपोर्ट की है। इस रिपोर्ट में कहा गया कि जिन लोगों के नाम पर कोई कर्ज़ नहीं था, योजना का लाभ देने के लिए उनका नाम भी सूची में जोड़ दिया गया है।

कर्ज़ माफ़ी के नाम पर यह घोटाला कितने बड़े स्तर का है, इसका पैमाना है अकेले डूंगरपुर जिले से लाभार्थियों की सूची। यहां के 1700 से अधिक किसानों के नाम उस सूची में हैं लेकिन आश्चर्य की बात है कि किसी ने भी लोन नहीं लिया था।

डूंगरपुर के सागवाड़ा सहकारी बैंक के अधिकारियों ने कथित रूप से स्वीकारा कि जैसे ही उन्हें पता चला कि अशोक गहलोत सरकार ने किसान कर्ज़ माफ़ी का आदेश दिया है, उन्होंने उन लोगों के नाम पर लोन जारी किए, जिन्होंने कभी भी लोन नहीं लिया था।

राहुल गांधी ने किसान कर्ज़ माफ़ी का चुनावी कार्ड खेलकर हिन्दी पट्टी के तीन बड़े राज्यों पर सत्ता तो पा लिया लेकिन ‘घोटाले का यह खेल’ शायद राजनीतिक रूप से भारी पड़ने वाला है। भारतीय जनता पार्टी 2019 लोकसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस के खिलाफ़ ‘घोटाले के जिन्न’ को एक बार फिर भुना सकती है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘ये चेहरे पर चेहरा लगाओगी कब तक…’: महाराष्ट्र में वोटिंग खत्म होते ही बेगम स्वरा भास्कर हुईं वोक, चुनावों में पैगंबर मुहम्मद के नाम...

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में खुद को मुस्लिम के रूप में प्रस्तुत करने के बाद स्वरा भास्कर अब खुद को प्रगतिशील दिखाने लगीं।

मुगलों ने खुद लिखा, अंग्रेजों के इतिहास में भी दर्ज, सरकारी दस्तावेज भी… फिर भी संभल में कैसे मंदिर पर बन गई मस्जिद

हिन्दू पक्ष ने कहा है कि संभल में जहाँ आज जामा मस्जिद खड़ी है, वहाँ उनके आराध्य विष्णु का मंदिर हुआ करता था। उन्होंने सबूत भी रखे हैं।
- विज्ञापन -