शाहीन बाग़ में दिल्ली विधानसभा चुनाव के ठीक पहले छोटे बच्चे आम आदमी पार्टी प्रत्याशी अमानतुल्लाह खान के पोस्टर और पेम्फ्लेट्स बाँटते हुए देखे जा रहे हैं।
शाहीन बाग़ में आम आदमी प्रत्याशी अमानतुल्लाह खान के लिए दिल्ली विधानसभा चुनावों में वोट की अपील करते हुए बच्चे। शाहीन बाग़ में बच्चों द्वारा बाँटी जा रही प्रतियाँ:
शाहीन बाग़ में चुनाव प्रचार की प्रतियाँ बच्चों के जरिए बंटवाई जा रही हैं।
हाल ही में, शाहीन बाग में चल रहा विरोध प्रदर्शन वहाँ एक नवजात बच्चे की मृत्यु के कारण चर्चा में आया था। बच्चे की जान जाने के पीछे उसके माता-पिता द्वारा उसे ठंड में भी शाहीन बाग़ विरोध करने के लिए ले जाना बताया जा रहा है। हालाँकि, मृतक बच्चे की माँ ने दावा किया कि बच्चे की मृत्यु ‘अजादी’ के लिए हो गई और वह इस चीज के लिए अपने अन्य दो बच्चों का भी बलिदान करने में संकोच नहीं करेगी।
AAP विधायक और ओखला निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा उम्मीदवार, अमानतुल्लाह खान को पहले शाहीन बाग के मास्टरमाइंड शारजील इमाम के साथ देखा गया था, जिन्होंने सड़क पर यह घेराबंदी की थी। इससे पहले उन्हें दिसंबर 2019 में जामिया नगर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली भीड़ के साथ भी पाया गया था। यह प्रदर्शन बाद में हिंसक हो गया था और सोशल मीडिया के माध्यम से हिंसा भड़काने के लिए उनके खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।
ऑपइंडिया की ग्राउंड रिपोर्ट में पहले ही शाहीन बाग़ में बिरयानी परोसे जाने की बात का जिक्र किया गया था, जिसे बाद में ‘प्रदर्शनकारियों’ और ‘वोलंटियर्स’ को वितरित किया गया। शाहीन बाग़ में बिरयानी के साथ-साथ पैक किया गया पानी, फलों का जूस और अन्य बेहतरीन क्वालिटी के स्नैक्स भी उपलब्ध हैं। औसतन, इन विरोध प्रदर्शनों की लागत प्रतिदिन लगभग 10,00,000 रुपए होगी।
ज्ञात हो कि दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान होना तय है जबकि 11 फरवरी को इसके परिणाम घोषित किए जाएँगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शाहीन बाग़ की ओर इशारा करते हुए कहा था कि सीलमपुर, जामिया नगर और शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शन महज संयोग नहीं हैं बल्कि एक राजनीतिक षड्यंत्र हैं ताकि देश के सौहार्द को नुकसान पहुँचाया जा सके। उन्होंने आम आदमी पार्टी और कॉन्ग्रेस पर प्रदर्शनों को भड़काने के आरोप लगाए।