हाथरस कांड को लेकर राजनीति अपने चरम पर है। एक तरफ जहाँ हाथरस मामले को लेकर देश में लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। वहीं कॉन्ग्रेस पार्टी इस मामले पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है। इस क्रम में शनिवार (सितंबर 3, 2020) को कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी पूरे लाव-लश्कर के साथ दिल्ली से हाथरस पहुँचे। हाथरस पहुँचे राहुल की कार खुद बहन प्रियंका गाँधी चला रही थीं।
राहुल और प्रियंका गाँधी अपने साथ दो नेताओं को लेकर पहुँचे। जिसमें से एक थे- पूर्व केंद्रीय मंत्री और कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर। शशि थरूर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कॉन्ग्रेस के हाथरस जाने के पीछे की सच्चाई सबके सामने ला दी है।
दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में शशि थरूर हाथरस कांड की सच्चाई सबको बता रहे हैं। उनसे जब एक पत्रकार ने हाथरस को लेकर सवाल पूछा कि ऐसा आरोप लग रहा है कि आप इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, तो शशि थरूर ने इसका जवाब देते हुए कहा, “क्या अभी एक लोकतंत्र में राजनीति करना मना है। लोकतंत्र में लोग कैसे जानेंगे कि कौन किसके साथ है। यही मौका है।”
शशि थरूर के इस बयान ने हाथरस कांड को लेकर कॉन्ग्रेस के सच्चाई की पोल खोल दी है कि आखिरकार कॉन्ग्रेस पार्टी इस मुद्दे को राजनीतिकरण कर रही है। वह इस मुद्दे का फायदा उठाना चाहती है। शशि थरूर का यह बयान कॉन्ग्रेस के एजेंडे की हवा निकाल सकती है।
जब पत्रकार ने थरूर को याद दिलाया कि महामारी अधिनियम लागू है और उनकी पार्टी के नेता महामारी संबंधी दिशा-निर्देशों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं, तो कॉन्ग्रेस नेता इस सवाल का जवाब देने से बचते हैं। थरूर का कहना था कि एक लोकतांत्रिक देश में लोग कभी भी जाने और संवेदना व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं।
इसी दौरान शशि थरूर बोलते हैं कि उनकी पार्टी हाथरस के पीड़ितों पर अत्याचार से बेहद परेशान है और पीड़ित परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता है। इससे पहले राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी का कार से हाथरस जाते हुए वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह ठहाके लगाते हुए दिख रहे हैं। जिस पर लोगों ने सवाल भी उठाए थे कि ऐसे वक़्त पर राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी इस तरह संवेदनहीन होकर हँसी-मजाक करते हुए कैसे जा यात्रा कर सकते हैं?