केरल से कॉन्ग्रेस के सांसद शशि थरूर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। कभी किसी विवादास्पद बयान को लेकर तो कभी अपने अनोखे अंदाज को लेकर। केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने सोमवार (16 अक्टूबर 2023) को कहा कि कॉग्रेस पार्टी परिवार के द्वारा चलाई जाने वाली पार्टी है। इससे पहले पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में गाँधी परिवार के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं।
तिरुवनंतपुरम में एक कार्यक्रम के दौरान ये सवाल किया गया कि अगर I.N.D.I. गठबंधन सत्ता में आता है तो प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन हो सकता है। इस पर थरूर ने ऐसी बात कही जो पार्टी के लिए शर्मिंदगी साबित हो रही है। उन्होंने कॉन्ग्रेस को एक परिवार की पार्टी बता दिया।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि एक बार नतीजे आ जाए, क्योंकि यह एक गठबंधन है, एक पार्टी नहीं है। इसलिए गठबंधन के नेताओं को एक साथ मिलकर किसी को चुनना होगा। हालाँकि, मेरा अनुमान है कि कॉन्ग्रेस पार्टी से या तो खड़़गे भारत के पहले दलित प्रधानमंत्री होंगे या फिर राहुल गाँधी, क्योंकि कई मायनों में यह (कॉन्ग्रेस) एक परिवार संचालित पार्टी है।”
उन्होंने आगे कहा, “इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा। प्रधानमंत्री हमारे बराबर के लोगों में से ही एक होते हैं।” सांसद थरूर ने कहा कि अगले साल लोकसभा चुनावों में आश्चर्यजनक नतीजे आने की संभावना है। उन्होंने अनुमान लगाया कि I.N.D.I. गठबंधन भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को हरा सकता है और केंद्र में सत्ता हासिल कर सकता है।
कॉन्ग्रेस के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे थरूर ने खुद को अप्रत्यक्ष रूप से पीएम पद की दौड़ में शामिल करते हुए कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारियाँ सौंपी जाएगी, उसे वे ईमानदारी से निभाएँगे। बता दें कि शशि थरूर जी-23 गुट के हैं। यह कॉन्ग्रेस के नाराज नेताओं का गुट है, जो पार्टी में लगातार कई बदलाव की माँग करता रहा है।
बता दें कि अगामी लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी की नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन सरकार को हराने के लिए देश के अहम विपक्षी दलों ने दिल्ली, मुबंई, पटना सहित कई जगहों पर बैठक की थी। इसमें तैयारियों को लेकर रोडमैप तैयार किया गया था। हालाँकि, पीएम पद को लेकर कोई चेहरा तय नहीं किया है।