शिवसेना नेता ने नेटफ्लिक्स के ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पार्टी का कहना है कि नेटफ्लिक्स कई शो के माध्यम से लगातार हिन्दू भावनाओं को आहत करने का काम कर रहा है। शिवसेना नेता ने अमेरिकी कम्पनी पर आरोप लगाया कि नेटफ्लिक्स के माध्यम से दुनियाभर में भारत की नकारात्मक छवि बनाई जा रही है। शिवसेना नेता रमेश सोलंकी ने अपनी शिकायत में ये बातें कही।
अपनी शिकायत में सोलंकी ने जिन शोज के नाम गिनाए हैं, वे हैं- सैफ अली ख़ान और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी अभिनीत ‘सेक्रेड गेम्स’, हुमा कुरैशी की ‘लैला’, राधिका आप्टे की ‘Ghoul’ और स्टैंड-अप कॉमेडियन हसन मिन्हाज की ‘पेट्रियट एक्ट’। सोलंकी ने कहा कि नेटफ्लिक्स पर प्रसारित होने वाले लगभग सभी सीरीज में भारत को बदनाम करने की कोशिश की जाती है।
सोलंकी ने कहा कि प्लेटफॉर्म हिन्दूफोबिया से पीड़ित है। उन्होंने अधिकारियों से माँग की कि नेटफ्लिक्स के प्रतिनिधियों को बुला कर उनसे स्पष्टीकरण माँगा जाए और हिन्दुओं की भावनाएँ आहत करने वाले सारे कंटेंट्स को प्लेटफॉर्म से हटाए जाएँ। साथ ही उन्होंने नेटफ्लिक्स का लाइसेंस कैंसल करने की भी माँग की। उन्होंने कहा कि भारत के अलावा अधिकतर देशों में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं और उन्हें बदनाम करने की इजाजत नेटफ्लिक्स को नहीं दी जा सकती।
शिवसेना ने नेटफ्लिक्स इंडिया के खिलाफ़ मुंबई में शिकायत दर्ज कराई है https://t.co/DcMUvYOocR
— आज तक (@aajtak) September 4, 2019
शिकायत की एक कॉपी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुंबई के पुलिस कमिश्नर के पास भी भेजी गई है। लैला के लेखक पैट्रिक ग्राहम ने शिवसेना के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि शो में दिखाई जाने वाली सभी चीजें पूरी तरह काल्पनिक हैं और किसी की भी भावनाएँ आहत नहीं की गई हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कंटेंट्स को बैन नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी को शो अच्छा नहीं लगा तो वह कुछ लिख कर आलोचना कर सकता है।