कर्नाटक के पी यू कॉलेज से शुरू हुए हिजाब विवाद पर धीरे-धीरे कट्टरपंथी बयानों का ढेर लगता जा रहा है। समाजवादी पार्टी की नेता रुबिना खानुम (रुबिना खानम) ने हाल में बयान दिया था कि अगर किसी ने हिजाब पर हाथ डालने की कोशिश की तो वह उस व्यक्ति का हाथ काट देंगी।
Senior Samajwadi Party leader Rubina Khanum says we will cut off the hands of those who put their hands on Hijab pic.twitter.com/O2zMKwRRM7
— MeghUpdates🚨™ (@MeghBulletin) February 12, 2022
अपनी वीडियो में उन्होंने कहा था,
“मैं रुबिना खानुम, अलीगढ़ की वरिष्ठ सपा नेता हूँ। कर्नाटक हिजाब प्रकरण का जो मुद्दा है ये हमारे देश की बहन-बेटियों पर हमला है। हमारे हिजाब पर, आंचल पर हाथ डालने वालों के हम हाथ काट देंगे। भारत विभिन्नताओं का देश है। यहाँ पर माथे का तिलक हो, पगड़ी हो, हिजाब हो… ये सब भारत की संस्कृति का हिस्सा हैं। इस पर राजनीति करना मतलबीपन की पराकाष्ठा है। अब ये कलयुगी रावण हमारे आंचल का, हिजाब का चीरहरण करेंगे। मैं इनसे कहना चाहती हूँ महिलाओं को कमजोर समझने की भूल न करें। अरे सरकार जिस पार्टी की भी हो। अगर महिलाओं के आँचल या हिजाब पर हाथ डालने का प्रयास करोगे तो हम झांसी की रानी और रजिया सुल्तान बनकर तुम्हारे हाथ काट डालेंगे।”
‘हिजाब पर हाथ डालने वालों के काट देंगे हाथ’
— News24 (@news24tvchannel) February 12, 2022
सपा नेता रुबीना खानम का विवादित बयान #UPElections2022 #HijabRow pic.twitter.com/sopR0A1OhP
माफी माँगने से रुबिना खानुम ने किया मना
अब इन्हीं रुबिना ने टाइम्स नाऊ से बात करते हुए अपने इस विवादित बयान का जमकर समर्थन किया है। रुबिना से जब मीडिया चैनल ने बात की तो एंकर ने उनसे कहा कि ये शब्द उन्होंने आवेश में तो नहीं कहे, लेकिन रुबिना अपनी बात पर कायम रहीं और हिजाब छूने वाले के हाथ को तन से जुदा करने की बात पर डटी रहीं। उन्होंने कहा कि ये सोचा-समझा बयान था।
हालाँकि, जब बाद में एंकर ने रुबिना की बातों को दोहराना शुरू किया तो फौरन वो उससे पलटने लगीं और दावा किया कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मैं बस कह रही थी कि अगर हजारों लड़कों की भीड़ ने सिर से पर्दा हटाने का प्रयास किया तो मैं उनके हाथ काटूँगी।” एंकर ने ये सुन फिर से सपा नेत्री को समझाया कि उनके साथ यदि ऐसी कोई घटना हो तो उन्हें थाने जाना चाहिए न कि किसी के तन से उसके हाथ जुदा करने की बातें कहनी चाहिए। इस पर रुबिना ने कहा कि उन्होंने कोई भी गलत बातें नहीं कहीं। उन्होंने सिर्फ भारत की बहन बेटियों की इज्जत और सम्मान में आवाज उठाई है।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद मामला फिलहाल कर्नाटक हाईकोर्ट में है। बहस इस बात को लेकर है कि आखिर शैक्षणिक संस्थान जहाँ पर समानता के गुण सिखाने के लिए एक यूनिफॉर्म को लागू किया जाता है, वहाँ आखिर मजहबी लिबाज में क्लास लेना कितना उचित है कितना नहीं। रुबिना से पहले महाराष्ट्र में एक बुर्काधारी महिला ने पीएम मोदी पर इस मुद्दे को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और कहा था कि उन्हें जिंदा जलाया जाना चाहिए।