बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अकेले नहीं हैं जो 2024 के आम चुनावों से बीजेपी के खिलाफ पहले विपक्ष को एकजुट करने के मिशन में लगे हैं। ऐसा लगता है कि खुद से खुद को जिम्मेदारी देने में गहरा यकीन रखने वाले पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने भी यह भार अपने कंधों पर उठा रखा है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से हुई अपनी मुलाकात का खुलासा करते हुए कहा है कि उन्हें प्रधानमंत्री बनना चाहिए।
स्वामी ने मंगलवार (9 मई 2023) को कोलकाता में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एक इंटरैक्टिव सेशन के दौरान कहा, “ममता बनर्जी को भारत का प्रधानमंत्री बनना चाहिए। वह बहुत साहसी महिला हैं। आप देखिए कि उन्होंने (ममता बनर्जी) कम्युनिस्टों से कैसे लड़ाई लड़ी। मैं उनसे दस दिन पहले मिला था, लेकिन किसी को इस बारे में पता नहीं है।” स्वामी ने यह भी कहा कि आज देश को एक मजबूत विपक्ष की जरूरत है, जो सत्तारूढ़ पार्टी (भाजपा) से डरे नहीं।
Country needs genuine opposition which is not afraid of ruling party: Senior BJP leader Subramanian Swamy, says Trinamool Congress supremo Mamata Banerjee should be prime minister
— Press Trust of India (@PTI_News) May 9, 2023
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बारे में पूछे जाने पर स्वामी ने कहा कि इस दौरान उनकी बात आगामी लोकसभा चुनाव और 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था कैसी होगी, इस पर हुई। वह देश में सबसे शक्तिशाली महिला नेता किसे मानते हैं, इस सवाल के जवाब में स्वामी ने कहा, “एक समय था, जब मैं जयललिता और मायावती को सबसे शक्तिशाली महिला मंटा था। लेकिन आज के समय में ममता बनर्जी देश की सबसे शक्तिशाली महिला हैं। उनमें इतनी हिम्मत है कि वह किसी भी मुद्दे पर लड़ सकती हैं। टीएमसी चीफ ममता बनर्जी को कोई भी ब्लैकमेल नहीं कर सकता है।”
विपक्ष के बारे में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, “मैं आज ऐसे कई लोगों को जानता हूँ, जो मौजूदा सरकार के खिलाफ एक हद से आगे नहीं बढ़ेंगे, क्योंकि उन्हें डर है कि कब ईडी आ जाएगी। ये भारत के लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। हमें ऐसे विपक्षी दल की जरूरत जो न डरें और न ही सत्ताधारी दल का दोस्त हो।”
बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब सुब्रमण्यम स्वामी ने तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो की तारीफ की है। इससे पहले 2021 में, स्वामी ने ममता बनर्जी की तारीफों के पुल बाँधते हुए उनकी तुलना जेपी (जयप्रकाश नारायण), राजीव गाँधी, मोरारजी देसाई और पीवी नरसिम्हा राव से की थी। इसके अलावा, पिछले साल स्वामी जो अक्सर खुद को ‘विराट हिंदू’ कहना पसंद करते हैं ने 2021 में चुनाव के बाद की हिंसा में राज्य में कई हिंदुओं के मारे जाने के बाद भी कोलकाता में पश्चिम बंगाल की सीएम से मुलाकात की थी। इस दौरान स्वामी ने एक बार फिर बनर्जी की प्रशंसा की और उन्हें ‘साहसी और करिश्माई’ नेता बताया था।