कॉन्ग्रेस नेता और तमिल वक्ता नेल्लई कन्नन को 2021 के कामराजर कथिर पुरस्कार (Kamarajar Kathir Award) से नवाजा गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की उपस्थिति में चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में शुक्रवार (24 दिसंबर, 2021) को यह अवॉर्ड प्रदान किया गया। कन्नन वही कॉन्ग्रेस नेता हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हत्या के लिए मुस्लिमों को उकसाया था। इसके बाद जनवरी 2020 में उन्हें तमिलनाडु पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।
कन्नन के इस बयान का वीडियो पिछले साल वायरल हुआ था। वे कट्टरपंथी इस्लामी संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की रैली को तिरुनेलवेली में संबोधित कर रहे थे। यह रैली नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में बुलाई गई थी। कन्नन ने कहा था, “मुस्लिमों ने अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को क्यों नहीं मारा? अगर उनकी (अमित शाह की) कहानी खत्म हो जाती है तो पीएम की कहानी भी खत्म हो जाएगी। मैं कुछ होने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन कोई मुस्लिम ऐसा नहीं कर रहा है।”
Last Year He Called For The Assassination Of PM Modi To Lusty Cheers Of A Muslim Gathering.
— Prasanna Viswanathan (@prasannavishy) December 27, 2021
https://t.co/Vx1OtGjzj4
This Year He Receives ‘Kamaraj Award’ In The Presence Of Tamil Nadu CM.https://t.co/2D02LaicjQ
कॉन्ग्रेस नेता का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इस विवादित टिप्पणी को वहाँ पर जमा हुए मुस्लिम लोगों ने काफी सराहा भी था। लेकिन व्यापक तौर पर उनकी इस भड़काऊ टिप्पणी की निंदा की गई थी। भारतीय जनता पार्टी के तमिलनाडु प्रदेश महासचिव के एस नरेंद्रन ने कन्नन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर सेलम सेंट्रल जेल में भेज दिया गया था। हालाँकि एक हफ्ते के भीतर ही उन्हें जमानत भी मिल गई थी।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के समय में कन्नन तमिलनाडु कॉन्ग्रेस के एक प्रमुख नेता थे। 2006 में वे कुछ समय के लिए अन्नाद्रमुक में शामिल हो गए थे और उन्होंने राज्य भर में पार्टी के लिए प्रचार भी किया था। लेकिन एक साल बाद वह फिर कॉन्ग्रेस में लौट आए।