Sunday, September 1, 2024
Homeराजनीति'मुस्लिमों ने अभी तक PM मोदी और अमित शाह की हत्या क्यों नहीं की':...

‘मुस्लिमों ने अभी तक PM मोदी और अमित शाह की हत्या क्यों नहीं की’: जिस कॉन्ग्रेस नेता ने कहा, उसे CM की मौजूदगी में अवॉर्ड

राजीव गाँधी के जमाने में कन्नन तमिलनाडु कॉन्ग्रेस के एक प्रमुख नेता थे। 2006 में वे कुछ समय के लिए अन्नाद्रमुक में चले गए थे, लेकिन एक साल बाद फिर कॉन्ग्रेस में लौट आए।

कॉन्ग्रेस नेता और तमिल वक्ता नेल्लई कन्नन को 2021 के कामराजर कथिर पुरस्कार (Kamarajar Kathir Award) से नवाजा गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की उपस्थिति में चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में शुक्रवार (24 दिसंबर, 2021) को यह अवॉर्ड प्रदान किया गया। कन्नन वही कॉन्ग्रेस नेता हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हत्या के लिए मुस्लिमों को उकसाया था। इसके बाद जनवरी 2020 में उन्हें तमिलनाडु पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।

कन्नन के इस बयान का वीडियो पिछले साल वायरल हुआ था। वे कट्टरपंथी इस्लामी संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की रैली को तिरुनेलवेली में संबोधित कर रहे थे। यह रैली नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में बुलाई गई थी। कन्नन ने कहा था, “मुस्लिमों ने अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को क्यों नहीं मारा? अगर उनकी (अमित शाह की) कहानी खत्म हो जाती है तो पीएम की कहानी भी खत्म हो जाएगी। मैं कुछ होने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन कोई मुस्लिम ऐसा नहीं कर रहा है।”

कॉन्ग्रेस नेता का यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इस विवादित टिप्पणी को वहाँ पर जमा हुए मुस्लिम लोगों ने काफी सराहा भी था। लेकिन व्यापक तौर पर उनकी इस भड़काऊ टिप्पणी की निंदा की गई थी। भारतीय जनता पार्टी के तमिलनाडु प्रदेश महासचिव के एस नरेंद्रन ने कन्नन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर सेलम सेंट्रल जेल में भेज दिया गया था। हालाँकि एक हफ्ते के भीतर ही उन्हें जमानत भी मिल गई थी।

उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के समय में कन्नन तमिलनाडु कॉन्ग्रेस के एक प्रमुख नेता थे। 2006 में वे कुछ समय के लिए अन्नाद्रमुक में शामिल हो गए थे और उन्होंने राज्य भर में पार्टी के लिए प्रचार भी किया था। लेकिन एक साल बाद वह फिर कॉन्ग्रेस में लौट आए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -