फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के “भीख में मिली आज़ादी” वाले बयान पर घमासान जारी है। इस मुद्दे पर ताजा बयान लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप का आया है। तेज प्रताप ने कू प्रोफ़ाइल से बयान जारी कर कंगना के बहाने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। तेज प्रताप ने कहा कि वीर बलिदान नहीं होते तो भारतीय अँग्रेजों के घर जूते-चप्पल साफ कर रहे होते।
तेज प्रताप ने लिखा है, “वीर अगर देश की खातिर बलिदान ना देते तो आज भी हम किसी अँग्रेज के घर जूते-चप्पल साफ कर रहे होते।” वे आगे लिखते हैं कि जब कुछ लोग अँग्रेजों से माफी माँग रहे थे, तब देश के वीर फाँसी का फंदा चूम रहे थे। तो यह कहना कि देश को आजादी 2014 के बाद मिली है, शहीदों का अपमान है। उन्हें अपमानित ना किया जाए।
तेज प्रताप से पहले शुक्रवार को लालू की बेटी डॉ. रोहिणी आचार्य ने भी कंगना पर हमला बोला था। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा गया, “2014 में कथित आज़ादी दिलाने वाले से, उसी आज़ादी की बदौलत Barter System योजना अंतर्गत पद्मश्री प्राप्त करने वाली “थेलनी” की शादी करा देनी चाहिए ताकि उसे 1947 में हमारे क्रांतिकारियों व महापुरुषों के सदियों लंबे संघर्षों, त्यागों, बलिदानों और वीरता से प्राप्त स्वतंत्रता ‘भीख’ ना लगे।”
2014 में कथित आज़ादी दिलाने वाले से, उसी आज़ादी की बदौलत Barter System योजना अंतर्गत पद्मश्री प्राप्त करने वाली “थेलनी” की शादी करा देनी चाहिए ताकि उसे 1947 में हमारे क्रांतिकारियों व महापुरुषों के सदियों लंबे संघर्षों,त्यागों,बलिदानों और वीरता से प्राप्त स्वतंत्रता “भीख” ना लगे।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 11, 2021
तेज प्रताप यादव ने अपने कू एकाउंट से कंगना रनौत के जिस फोटो को शेयर किया है, उसे कंगना ने 31 दिसंबर 2020 को अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया था। उस समय कंगना रनौत नए साल की तैयारी कर रही थीं। उन्होंने ये फोटो शेयर करते हुए लिखा था, “जब से मैं घर आई हूँ, सिर्फ सफाई और सफाई ही कर रही हूँ। लगातार सफाई के चलते मैं खुद को अपनी ही चीजों की गुलाम जैसी महसूस कर रही हूँ। आशा है कि यह काम आज पूरा हो जाएगा और मैं एक रानी की तरह 2021 में प्रवेश करूँगी।”
गौरतलब है कि एक TV कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना ने कहा था कि देश को असली आज़ादी साल 2014 में मिली। उन्होंने 1947 वाली आज़ादी को ‘भीख’ बताया था। उनके बयान की काफी आलोचना हो रही है।