यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के संयोजक बेनी बेहानन ने सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को पद से हटाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जब से मुख्यमंत्री कार्यालय पर सवाल उठने शुरू हुए हैं, पिनराई का पद पर बने रहना अनुचित है।
बेहानन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सीएमओ के खिलाफ आरोप गंभीर हैं। उनके कुछ अधिकारियों को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ने बुलाया है। उन्होंने कहा कि सीएमओ आरोपों से भाग नहीं सकते हैं और पिनराई को जाँच में सहयोग करना चाहिए।
पत्र में बेहानन ने लिखा, “उच्च शिक्षा मंत्री केटी जलील के अलावा, कुछ और मंत्रियों के बच्चे भी सवालों के घेरे में आ गए हैं। जिन सीपीएम नेताओं और मंत्रियों ने पार्टी को शर्मिंदा किया है, उन्हें पद पर बने रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्हें वापस बुला लिया जाना चाहिए। सीपीएम नेताओं को भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए जाना जाता है।”
बता दें कि पिछले महीने विपक्ष नेता रमेश चेन्निथला ने भी कहा कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए। इस अनुरोध के साथ उन्होंने येचुरी को पत्र लिखा था। उन्होंने यह भी कहा था कि ये खबर काफी हैरान कर देने वाली है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के प्रमुख सचिव सोने की तस्करी में शामिल थे। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। ऐसे में तुरंत सीएम को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए।
#WATCH Kerala Police cane-charged Youth Congress workers who were staging a protest demanding resignation of Chief Minister Pinarayi Vijayan over the gold smuggling case, in Wayanad. pic.twitter.com/i3Gyp4LVbW
— ANI (@ANI) August 28, 2020
वायनाड में सोना तस्करी के मामले में कथित संबंध होने पर मुख्यमंत्री पी विजयन के इस्तीफे की माँग कर रहे कार्यकर्ताओं पर केरल पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इसका वीडियो भी सामने आया था।
गौरतलब है कि यह पूरा मामला केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के पते वाले डिप्लोमैटिक कार्गो से 30 किलो सोना मिलने का है। दावा किया गया था कि कार्गो के संबंध में स्वप्ना सुरेश ने एयरपोर्ट के अधिकारी से संपर्क साधा था। यूएई वाणिज्य दूतावास जनरल ऑफिस के उच्च कूटनीतिज्ञ राशिद खामिस अल शामली के कहने पर कथित तौर पर संपर्क किया गया था। तस्करी किए गए सोने की कीमत 15 करोड़ रुपए बताई गई है।
यह सोना उस कार्गो में छिपाया गया था, जिसमें बिस्किट, नूडल्स और बाथरूम आदि का सामान रखा जाता था लेकिन कस्टम को तस्करी को लेकर पहले से सूचना मिल चुकी थी। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ने स्वप्ना सुरेश, फाजिल फरीद और संदीप नायर को इस मामले में आरोपित बनाया है। तीनों पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम 1967 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।