उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों (Uttar Pradesh Election 2022) के लिए सात चरणों में मतदान होना है। पाँच चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। आखिरी के दो चरणों में 3 और 7 मार्च को वोट पड़ेंगे। नतीजे अन्य चुनावी राज्यों के साथ 10 मार्च को आएँगे। पाँच चरणों का मतदान पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक इंटरव्यू आया है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी दोबारा 300 से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब होने जा रही है। उनका कहना है कि 5 चरणों में जिन 283 सीटों पर वोट पड़े हैं उनमें से 225+ सीटें बीजेपी जीत रही है।
न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “चुनाव तो भारतीय जनता पार्टी वैसे भी जीत चुकी है। फिर भी हमारे लिए हर दिन एक नई परीक्षा के साथ होता है। हम पुराने रिकॉर्ड से बेहतर करना चाहते हैं। 5 चरणों के अब तक के चुनावों में 283 में से 225+ सीटें भाजपा जीत रही है। फिर भी हमारे लिए एक-एक सीट जरूरी है।”
सत्य और समाजवादी पार्टी को नदी के 2 किनारे बताते हुए उन्होंने कहा कि सपा वाले न सत्य बोल सकते हैं और न ही उसे स्वीकार कर सकते हैं। 2014 में ही प्रदेश की जनता ने सपा को ठुकरा दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल द्वारा उनके वस्त्र के रंग (भगवा) पर टिप्पणी का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा, “मैं भगवाधारी हूँ। मुझे भगवा से गौरव की अनुभूति होती है। यह अनुभूति हर भारतवासी को होती है। भगवा वस्त्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। तिरंगा हमारी आन, बान और शान का प्रतीक है। इसमें सबसे ऊपर की पट्टी भगवा ही है। सूर्योदय के समय भगवान सूर्य की लालिमा भी भगवा ही होती है। ऊर्जा के प्रतीक अग्नि का रंग भी भगवा ही है। मैं भगवा हूँ। हर व्यक्ति बोलेगा कि मै भगवा हूँ। क्या समाजवादी पार्टी इस सत्य को स्वीकार करेगी कि वो आतंकियों की समर्थक है? भगवा के रंग में उन्हें दृष्टिदोष दिख रहा है ये उनकी संगति का असर है।”
उन्होंने कहा, “चुनाव हमारे लिए मात्र सत्ता पाने की लड़ाई नहीं है। हमारे विकास कार्य रुक न पाए इसलिए भाजपा UP में जरूरी है। मेरी 5 साल की सरकार में एक भी दंगा नहीं हुआ। सपा सरकार में 5 साल के अंदर 700 से ज्यादा दंगे हुए थे। UP का कोई शहर और गाँव नहीं बचा था जहाँ दंगे न हुए हों। महीनों तक कर्फ्यू लगता था। इसलिए वो दंगावादी तो हैं ही।”
परिवारवाद पर CM योगी ने कहा, “मैंने भारत की श्रेष्ठ गुरु-शिष्य परम्परा का पालन किया हूँ। यह जैविक परम्परा नहीं है। वो (अखिलेश) इसे समझ नहीं पाएँगे। इसे समझने के लिए उन्हें टाइम से सोकर उठना होगा। भगवान की पूजा करनी होगी। वो 12 बजे सोकर उठते हैं। पूजा और नमाज में अंतर् भी नहीं जानते। गोरखपुर से मुझे प्रदेश की सेवा का मौका मिला है, जिसकी माध्यम भाजपा बनी है। जब हम राष्ट्रवाद की बात करते हैं, तब विपक्षी जातिवादी की बात करते हैं। जब हम गरीबों की बात करते हैं तब ये आतंकवाद पर चर्चा करते हैं। जब हम विकास की बात करते हैं तब ये पाकिस्तान को ले आते हैं।”