उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीएए के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करके लोगों को परेशानी में डालने वालों पर करारा हमला बोला है। उनका इशारा उन लोगों पर था, जो महिलाओं व बच्चों को आगे करके ख़ुद घर में आराम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ये लोग इतने निकम्मे हो गए हैं कि ख़ुद घर में रजाई में सो रहे हैं और महिलाओं को सड़क पर बैठने के लिए छोड़ दे रहे हैं। उन्होंने ये बात कानपुर में सीएए के समर्थन में आयोजित एक रैली में कही। नागरिकता संशोधन क़ानून के समर्थन में उन्होंने एक बड़ी भीड़ को सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इशारा शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों की ओर था, जिनके कारण इलाक़े के हज़ारों-लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी हो रही है और दफ्तर जाने वाले लोगों को अतिरिक्त चार घंटे लग जा रहे हैं। स्थिति ये है कि आश्रम से होकर जाने वाली सड़कों पर गाड़ियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। इसी तर्ज पर लखनऊ में भी प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन वहाँ पुलिस ने उपद्रवियों को चेता दिया है कि क़ानून-व्यवस्था में किसी भी प्रकार का खलल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सीएए को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि शरण में आए लोगों की रक्षा करना भारत की परम्परा रही है। सीएम ने कहा कि प्रदर्शनकारी महिलाओं से पूछने पर वो पोल खोलती हैं कि उनके घर के पुरुष कहते हैं कि अब वो विरोध प्रदर्शन में सक्षम नहीं हैं, इसीलिए आप धरने पर जाकर बैठो। उन्होंने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएए विरोधियों के लिए हिन्दू, बौद्ध, जैन और सिखों का कोई महत्व नहीं है। सीएम योगी ने कहा कि कॉन्ग्रेस के लिए अब ईसाईयों का भी कोई महत्व नहीं है। उन्होंने आगे कहा:
“लोकतंत्र में शांति से धरना प्रदर्शन करने का सबका अधिकार है लेकिन कोई सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करेगा तो वसूली होगी। उत्तर प्रदेश की धरती पर कश्मीर वाले आजादी के नारे लगाने पर देशद्रोह का केस लगेगा। आज विपक्ष दुश्मनों की भाषा बोल रहा है। जब पीएम ने कह दिया है कि सीएए का एनआरसी से संबंध नहीं है, फिर भी लोग अपनी महिलाओं और बच्चों को आगे भेज रहे हैं।”
कानपुर में CAA के समर्थन में रैली करते हुए योगी आदित्यनाथ: अब इन्होंने क्या किया है, अपने घर की महिलाओं को चौराहे-चौराहे पर बैठाना शुरू कर दिया है, कितना बड़ा अपराध की पुरुष घर में सो रहा है रजाई ओढ़ के, और महिलाओं के आगे करके चौराहे-चौराहे पर बैठाया जा रहा है। pic.twitter.com/rUa0OWZAm2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2020
मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान महाभारत का भी उदाहरण दिया। भरी सभा में द्रौपदी के चीरहरण वाली घटना का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि उसके लिए वहाँ उपस्थित हर कोई बराबर का दोषी था। उन्होंने कहा कि अपराध में सहयोग करने वाला भी बराबर का दोषी होता है, इसीलिए अब मौन त्याग कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन का वक़्त आ गया है।