आगामी उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) ने अपने 29 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में RLD के 19 और समाजवादी पार्टी के 10 उम्मीदवार हैं। इन उम्मीदवारों में कई नाम ऐसे हैं जिनका इतिहास विवादित रहा है।
नाहिद हसन
समाजवादी पार्टी द्वारा शामली जिले की कैराना सीट के लिए नाहिद हसन का नाम घोषित किया गया है। नाहिद हसन के खिलाफ पुलिस में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी के साथ उन्हें कैराना से हिन्दुओं के अतिचर्चित पलायन का मास्टरमाइंड भी कहा जाता है। भाजपा ने नाहिद हसन को दोबारा टिकट दिए जाने को समाजवादी पार्टी का ‘जिन्नावाद’ कहा है।
‘लाल’ रंग फीका हुआ अब ‘हरा’ रंग गहराया है।
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) January 13, 2022
जिन्नावादी अखिलेश ने, फिर जिन्नावाद दिखाया है।
कैराना में पलायन के मास्टर माइंड नाहिद हसन को सपा ने अपना उम्मीदवार बनाया।#सपा_मतलब_गुंडागर्दी pic.twitter.com/a47XNcpnpF
कई भाजपा नेताओं ने नाहिद हसन को दोबारा टिकट दिए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। नाहिद हसन पर जमीन खरीदने के मामले में धोखाधड़ी का भी केस दर्ज है। वह शामली जिले की विशेष अदालत से भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है। नाहिद हसन कैराना से सपा के वर्तमान विधायक भी हैं। उनकी माँ तबस्सुम इसी क्षेत्र से पूर्व सांसद रहीं हैं।
लम्बे समय तक फरार रहने वाले नाहिद हसन ने जनवरी 2020 में अदालत में सरेंडर किया था। लगभग 1 माह से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिली थी। फरवरी 2021 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने नाहिद हसन, उनकी माँ तबस्सुम और 38 अन्य लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।
प्रदेश का अपराधी नंबर 1 बना समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी नंबर 1
— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 13, 2022
अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में जिस कैराना से हिन्दुओं को पलायन करने पर मजबूर किया था आज उसी विधानसभा क्षेत्र से कुख्यात गैंगस्टर को प्रत्याशी बनाकर समाजवादी पार्टी कैराना को फिर से उसी कालखंड में ले जाना चाहती है! pic.twitter.com/ADPvyTpfCz
साल 2019 में वायरल हुए एक वीडियो में नाहिद हसन को कैराना में भाजपा से जुड़े लोगों का बहिष्कार करने की अपील करते देखा गया था।
हिंदुओं की दुकानों का बहिष्कार करने की अपील करने वाले कुख्यात नाहिद हसन को समाजवादी पार्टी ने कैराना से टिकट दिया है यही व्यक्ति कैराना से हिंदुओं के पलायन का जिम्मेदार था और इसी ने कैराना में हिंदुओं का रहना दूभर कर दिया था। pic.twitter.com/gOenfOhAYr
— हम लोग We The People (@humlogindia) January 13, 2022
नाहिद हसन का प्रशासनिक अधिकारियों से भी उलझने के कई वीडियो वायरल हुए हैं। सितम्बर 2019 में SDM अमित पाल शर्मा ने जब उनसे वाहन के कागज़ माँगे तक उन्होंने काफी लम्बी जद्दोजहद की थी।
A verbal duel ensued between Kairana SP MLA Nahid Hasan (holding phone in his hand) and local SDM Amit Pal Sharma after latter asked MLA to produce documents of his car. @Uppolice pic.twitter.com/S4eNZtIkZz
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) September 10, 2019
अक्टूबर 2019 में नाहिद हसन ने कैराना पुलिस स्टेशन में घुस कर इंस्पेक्टर प्रेमवीर राणा से विवाद किया था।
#UPDATE
— Express News Bharat (@Expressnewsbha) October 29, 2020
शामली…
कैराना सपा विधायक नाहिद हसन व कैराना कोतवाल प्रेमवीर राणा के बीच जबरदस्त वाद विवाद मौके पर फोर्स तैनात….
देखिए वीडियो… pic.twitter.com/OUTgP7fR25
रफीक अंसारी
मेरठ से समाजवादी पार्टी के विधायक रफीक अंसारी को दोबारा टिकट दिया गया है। उन पर भी कई आपराधिक केस लंबित हैं। वो अपनी ही पार्टी के एक अन्य नेता को मौत की धमकी देने के बाद चर्चित हुए थे। अक्टूबर 2021 में मेरठ की एक अदालत ने बुंदू खान अंसारी की शिकायत पर रफ़ीक अंसारी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। शिकायत में कहा गया था कि विधायक रफ़ीक अंसारी ने उन्हें अपनी जमीन फर्जी कागज़ातों के आधार पर बेच कर उनका पैसा हड़प लिया है।
नवम्बर 2017 में रफीक अंसारी की एक ऑडियो वायरल हुई थी। ऑडियो में वो समाजवादी पार्टी के ही एक अन्य नेता को नगर निगम चुनावों के दौरान जान से मारने की धमकी दे रहे थे। विधायक अंसारी की मेरठ के नौचंदी थाने में हिस्ट्रीशीटर भी है।