आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने प्रदेश की राजधानी में बदलाव करने का ऐलान किया। अब, आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती नहीं बल्कि विशाखापत्तनम होगी। रेड्डी ने मंगलवार (31 जनवरी 2023) को यह ऐलान किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मार्च में विशाखापत्तनम में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होना है। इसकी तैयारियों के लिए बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक को संबोधित करते हुए जगन मोहन रेड्डी ने कहा है कि आने वाले दिनों में विशाखापत्तनम राजधानी होगी।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कहा है, “मैं आपको विशाखापत्तनम आने के लिए आमंत्रित कर रहा हूँ। आने वाले दिनों में यह हमारी राजधानी बनने जा रहा है। मैं खुद भी आने वाले महीनों में विशाखापत्तनम शिफ्ट हो जाऊँगा। हम 3 और 4 मार्च को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट विशाखापत्तनम में आयोजित करने जा रहे हैं।”
I invite you to our beautiful state for the Andhra Pradesh Global Investors Summit to be held on the 3rd & 4th of March in Visakhapatnam.
— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) January 31, 2023
Experience the ease of doing business in our state and partake in our vibrant culture.
Welcome! #APGlS2023 #AndhraPradesh pic.twitter.com/i2WmrvpgV8
बता दें कि आंध्र प्रदेश से तेलंगाना अलग होने के बाद साल 2015 में अमरावती को राज्य की राजधानी बनाया गया था। इसके बाद, साल 2020 में तीन राजधानी बनाने की योजना बनाई गई थी। इसमें अमरावती को विधायी राजधानी, विशाखापत्तनम को कार्यकारी राजधानी और कुर्नूल को न्यायिक राजधानी बनाने का प्रस्ताव रखा गया था। हालाँकि, बाद में यह प्रस्ताव रदद् हो गया था।
मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने नई राजधानी का ऐलान ऐसे समय किया है जब सुप्रीम कोर्ट अमरावती को राजधानी बनाए जाने के मामले की सुनवाई कर रहा है। इससे पहले आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने अमरावती को राजधानी बनाए जाने का आदेश दिया था। राज्य सरकार ने इस फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। यही नहीं, इस मामले की पहली सुनवाई मंगलवार (31 जनवरी, 2023) को सुनवाई भी हुई।
जगन मोहन रेड्डी से इससे पहले दो बार विशाखापत्तनम को आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाने का प्लान बना चुके थे। हालाँकि दोनों ही बार मामला कोर्ट में फँसने के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका था।